मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया. बजट में उन्होंने कई योजनाओं का ऐलान किया. बजट में युवाओं पर खास ध्यान दिया गया है, लेकिन जिस रोजगार को लेकर मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर रही है उसपर कोई बड़ा ऐलान नहीं हुआ. हां, सरकार ने नौकरी के लिए ट्रेनिंग देने पर जरूर फोकस किया. सरकार ने युवाओं को देश के भीतर और बाहर उच्च-भुगतान वाली नौकरियों को पाने के लिए प्रशिक्षित करने पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बनाई है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि युवाओं को विदेश में भी नौकरी के लिए तैयार करने के लिए हम भाषा प्रशिक्षण पर ध्यान देंगे. हम नए युग के कौशल जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 3-डी प्रिंटिंग और रोबोटिक्स पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे.
निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में स्टार्टअप के लिए भी कई तरह के ऐलान किए हैं, ताकि युवाओं को बढ़ावा दिया जा सके. अब स्टार्ट अप करने वालों को शुरुआती तीन साल में आयकर विभाग की तरफ से कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा. साथ ही स्टार्ट अप की शुरुआत में लगने वाले एंजल टैक्स से मुक्ति दे दी गई है. लेकिन बजट में रोजगार पर किसी तरह का जोर नहीं दिया गया है.
बजट में युवाओं के लिए क्या रहा:
- नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लाई जानी है जो प्रस्तावित है
- स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों में बड़े बदलाव
- रिसर्च और इनोवेशन पर अधिक ध्यान केंद्रित
- देश में अनुसंधान को निधि, समन्वय और बढ़ावा देना
- देश में समग्र अनुसंधान इको-सिस्टम को मजबूत करना
- वित्त वर्ष 2019-20 के लिए विश्व स्तर के संस्थानों के लिए 400 करोड़ प्रदान किए गए.
- विदेशी छात्रों को भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के लिए स्टडी इन इंडिया का प्रस्ताव
बजट के बाद पीएम मोदी ने क्या कहा
आम बजट पेश होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये देश को समृद्ध और जन-जन को समर्थ बनाने वाला बजट है. इस बजट से गरीब को बल मिलेगा और युवा को बेहतर कल मिलेगा. पीएम मोदी ने कहा कि ये एक ग्रीन बजट है, जिसमें पर्यावरण, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और सोलर सेक्टर पर विशेष बल दिया गया है.