लोकलुभावन फैसलों के लिए संप्रग के घटक दलों के दबाव और कठोर फैसलों की जरूरत बताने वाली प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सलाह के बीच सोमवार से शुरू हो रहे बजट सत्र के हंगामेदार रहने की उम्मीद है जिसमें विपक्ष मंहगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी जबकि विपक्षी भाजपा नीत राजग ने इस विषय पर मंगलवार को कार्य स्थगन प्रस्ताव पेश करने की बात कही है.
सोमवार से शुरू लगभग तीन महीने के बजट सत्र के दौरान मंहगाई, आंतरिक सुरक्षा, उर्वरक की कीमतों में बढोत्तरी और सरकार के एकतरफा तरीके से भारत..पाक सचिव स्तरीय वार्ता शुरू करने जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की विपक्ष की कोशिश बजट सत्र में हंगामे का कारण बन सकती है.
राज्य सभा में भाजपा के उपनेता एस एस आहलुवालिया ने कहा ‘‘ आज राजग की बैठक में सोमवार से शुरू होने वाले बजट सत्र के दौरान संसद में विभिन्न विषयों को उठाने जाने की रणनीति पर भी चर्चा हुई. यह तय किया गया कि 23 फरवरी को महंगाई के विषय पर राजग लोकसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश करेगी जबकि राज्यसभा में भी प्रश्नकाल स्थगित कर इस विषय पर चर्चा कराने की मांग करेगी.’’ बहरहाल, सरकार ने आज कहा कि उसका रूख इस विषय पर सभी को साथ लेकर चलने का है.
संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा ‘‘ हम इसके लिए हमेशा तैयार हैं.. किसी भी विषय पर ठोस चर्चा के लिए.’’ जबकि आहलुवालिया ने कहा ‘‘ 25 तारीख को सरकार दिल्ली में भारत-पाक सचिव स्तर वार्ता का आयोजन कर रही है. राजग भारत-पाक सचिव स्तर वार्ता शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से संसद में स्थिति स्पष्ट करने की मांग करती है.’’
आहलुवालिया ने कहा ‘‘ संसद के बजट सत्र के दौरान कश्मीर में स्वशासन की सिफारिश से संबंधित सगीर अहमद समिति की रिपोर्ट, रंगनाथ मिश्रा आयोग की रिपोर्ट, पुणे विस्फोट जैसे ताजा मुद्दे उठाया जायेगा.’’ उन्होंने कहा कि देश में किसानों की समस्याओं, उर्वरक की सब्सिडी समाप्त करने एवं यूरिया की कीमतों में वृद्धि जैसे विषयों को चर्चा कराने की मांग करेगी.
बहरहाल, मुख्य विपक्षी दल भाजपा और वामदल ही नहीं बल्कि संप्रग में शामिल द्रमुक और तृणमूल कांग्रेस के साथ ही कई दल बजट सत्र की शुरूआत ही महंगाई पर चर्चा से करवाना चाहते हैं.
बजट सत्र सात मई तक चलेगा. महीने के अंतिम दो दिन शनिवार और रविवार होने और शनिवार को मुस्लिम पर्व तथा रविवार को होली होने के कारण आम बजट इस बार दो दिन पहले यानी 26 फरवरी को पेश होगा जबकि रेल बजट 24 फरवरी और आर्थिक समीक्षा 25 फरवरी को पेश की जाएगी.
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार द्वारा सत्र से पहले राजनीतिक दलों के नेताओं की परंपरागत बैठक में प्रमुख दलों ने संसद में उठाये जाने वाले मुद्दों के बारे में अपने इरादे जाहिर किये.
लोकसभा में विपक्षी दल नक्सली हिंसा, रंगनाथ मिश्रा आयोग की रपट, जम्मू कश्मीर की स्वायत्ता पर सगीर अहमद की रपट तथा असंगठित क्षेत्र के कामगारों की स्थिति के मुद्दे को भी उठने का भरपूर प्रयास करेंगे.
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा है कि संपूर्ण विपक्ष इस बात पर सहमत है कि महंगाई पर तुरंत चर्चा हो और यह चर्चा 23 फरवरी को ही हो. यदि सरकार इसे स्वीकार करती है तो सदन की कार्यवाही में कोई व्यवधान नहीं होगा.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता गुरूदास दासगुप्ता ने कहा है कि 23 फरवरी को ही महंगाई पर चर्चा होनी चाहिए अन्यथा वे कार्य स्थगन प्रस्ताव लाएंगे.