केन्द्र सरकार ने 10,378.92 करोड़ रुपये मूल्य के 23 FDI प्रस्ताव मंजूर किए जिसमें कैथोलिक सीरियन बैंक और बंधन फाइनेंशियल सर्विसेज के विदेशी निवेश के प्रस्ताव भी शामिल हैं. वित्त सचिव राजीव महर्षि की अध्यक्षता वाले विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) द्वारा इन प्रस्तावों को मंजूरी देने की सिफारिश किए जाने के बाद प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के ये प्रस्ताव मंजूर किए गए.
कुल 23 FDI प्रस्तावों को मिली मंजूरी
वित्त मंत्रालय ने बताया कि सरकार ने 10,378.92 करोड़ रुपये मूल्य के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के 23 प्रस्तावों को मंजूरी दी है. एफआईपीबी ने मेलान लैबोरेटरीज के निवेश प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है. चूंकि इसमें 4,960 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है, बोर्ड ने इस प्रस्ताव को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की मंजूरी के लिए भेजने की सिफारिश की है. मेलान लैबोरेटरीज, अमेरिका स्थित मेलान इंक की भारतीय इकाई है.
एफआईपीबी ने हालांकि 13 प्रस्तावों पर निर्णय टाल दिया. इन प्रस्तावों में फाक्सवैगन फाइनेंस, अमर उजाला पब्लिकेशंस, इरोज इंटरनेशनल और रिलायंस ग्लोबलकाम के प्रस्ताव शामिल हैं.
कोलकाता स्थित बंधन फाइनेंशियल सर्विसेज को एक एनबीएफसी माइक्रो फाइनेंस संस्थान में पहले से मौजूद 33.14 फीसदी एफडीआई को मुख्य निवेश कंपनी में परिवर्तित करने के लिए सरकार से मंजूरी मिल गई है.
कैथोलिक सीरियन बैंक की बढ़ी हिस्सेदारी
इसके अलावा, निजी क्षेत्र के कैथोलिक सीरियन बैंक को विदेशी निवेश सीमा मौजूदा 49 फीसदी से बढ़ाकर 74 फीसदी करने की मंजूरी मिली है. यह प्रस्ताव 1,200 करोड़ रुपये का है. बैंक को हाल ही में आईपीओ लाने की मंजूरी मिली है.
मंजूर किए गए अन्य प्रस्तावों में ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन, अल्फा फार्मा हेल्थकेयर इंडिया, नाटको फार्मा और डेन नेटवक्र्स के प्रस्ताव शामिल हैं.
6 प्रस्ताव ठुकराए गये
मंत्रालय ने आगे कहा कि 6 FDI प्रस्तावों को खारिज कर दिया गया है. इनमें सेंचुरियन लैब, जैस्पर इन्फोटेक, दियाबु डायमंड टूल्स और बीटीएल इंडिया के प्रस्ताव शामिल हैं.
एक साल में 40 फीसदी बढ़ा FDI
भारत ने अप्रैल-मई, 2015-16 के दौरान 7.45 अरब डालर मूल्य का FDI प्राप्त किया जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में आए FDI की तुलना में 40 फीसदी अधिक है.