रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक केन्द्र सरकार ने 56 एयरबस समेत कई रक्षा सौदों को अमल करने की मजूरी दे दी है. इस मंजूरी से जहां आधुनिक यंत्रों की खरीद की जाएगी वहीं डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने की कोशिश होगी.
रक्षा मंत्रालय के सूत्र के मुताबिक डिफेंस प्रोक्योरमेंट एजेंसी ने यूरोप की कंपनी एयरबस और भारतीय कंपनी टाटा सन्स की 1.9 बिलियन डॉलर की लागत से 56 ट्रांसपोर्ट प्लेन खरीदने को हरी झंडी दे दी है. इसके साथ ही केन्द्र सरकार ने रुस का भारत में कामोव लाइट हेलिकॉप्टर बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है. भारत में रक्षा चुनौतियों को पूरा करने के लिए अमेरिका से 145 अल्ट्रा लाइट हॉविट्जर खरीदने की भी मंजूरी रक्षा मंत्रालय को दी जा चुकी है.
टाटा-एयरबस करार के मुताबिक इन ट्रांसपोर्ट प्लेन से एयर फोर्स के मौजूदा कैरियर क्राफ्ट एवरो को बदला जाएगा. करार के मुताबिक, एयरबस इन 56 जहाजों में 16 जहाज पूरी तरह से तैयार हालत में सप्लाई करेगा और बचे हुए 40 जहाजों का निर्माण टाटा के साथ ज्वाइंट वेंचर में भारत में किया जाएगा. यह पहली बार होगा कि भारत में सेना के लिए कैरियर एयरक्राफ्ट का निर्माण किया जाएगा.