दालों की बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए भारत अंतरराष्ट्रीय बाजार से 3000 टन और दालों का आयात करेगा. एक आधिकारिक बयान में सोमवार को यह जानकारी दी गई. खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, 'सरकार 2000 टन तुअर (अरहर) और 1000 टन उड़द दाल का आयात करेगी.'
बैठक में लिया गया फैसला
इसका फैसला एक उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया. बैठक में कैबिनेट सचिव प्रदीप कुमार सिन्हा के अलावा उपभोक्ता मामलों, कृषि और वाणिज्य मंत्रालयों के सचिवों ने हिस्सा लिया. इसमें दालों के उत्पादन, खरीद, उपलब्धता और कीमत पर विचार किया गया.
इससे पहले 15000 टन दालों के आयात
इससे पहले 15000 टन दालों (उड़द और तुर) के आयात के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई थीं. घरेलू बाजार में इन दालों का आना शुरू भी हो गया है. समीक्षा बैठक में सिन्हा ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात की और भंडारण सीमा जैसे मुद्दों पर राज्य सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों के बारे में पूछा.
बयान में कहा गया,'राज्यों से कहा गया है कि वे निरीक्षण और छापा मारकर दालों की जमाखोरी और कालाबाजारी पर लगाम लगाएं.' कैबिनेट सचिव ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सभी 400 केंद्रीय भंडार और सफल दुकानों से आयातित दाल की बिक्री तुरंत शुरू करने के लिए कहा.
इनपुट: IANS