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भारतीय कारोबार जगत में धोखाधड़ी ज्यादा: सर्वे

भारत विश्व की भ्रष्टतम कंपनियों वाले देशों में से एक है. दुनियाभर की स्थानीय व बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है.

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दुनियाभर के 770 अधिकारियों ने इस सर्वे में हिस्सा लिया
दुनियाभर के 770 अधिकारियों ने इस सर्वे में हिस्सा लिया

भारत विश्व की भ्रष्टतम कंपनियों वाले देशों में से एक है. दुनियाभर की स्थानीय व बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है.

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इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट द्वारा किए गए और न्यूयॉर्क की सलाहकार फर्म 'क्रॉल इंक' द्वारा प्रमाणित इस सर्वेक्षण में दुनियाभर के लगभग 770 वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इन अधिकारियों से 2014 में अपनी कंपनियों में किसी भी तरह की धोखाधड़ी के मामलों के बारे में पूछा गया.

सामने आए धोखाधड़ी के कई मामले
समाचारपत्र 'वॉल स्ट्रीट जनरल' के मुताबिक, सर्वेक्षण में शामिल लगभग दो-तिहाई अधिकारियों ने कहा कि उन्हें भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी और स्वामित्व सूचना जैसी अन्य जानकारियां चुराने सहित विभिन्न तरह की धोखाधड़ी की घटनाओं का पता लगा है.

दूसरे देश के मुकाबले भारत में ऐसे मामले ज्यादा
भारत जैसे विकासशील देशों में यह समस्या विकट है, क्योंकि सर्वेक्षण में भारत से शामिल 80 प्रतिशत प्रतिभागियों ने बताया कि उन्हें अपनी कंपनी में भ्रष्टाचार के बारे में पता है. भारत में किसी अन्य देश की तुलना में धोखाधड़ी के मामले ज्यादा होते हैं.

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बढ़ रहा है भ्रष्टाचार
सर्वेक्षण में शामिल भारतीय अधिकारियों ने भ्रष्टाचार और रिश्वत, नियामकों के उल्लंघन, मनी लॉड्रिंग और बौद्धिक संपदा की चोरी की अधिक सूचनाएं दीं. सभी प्रतिभागियों में से 11 प्रतिशत का कहना है कि उन्होंने कंपनी में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामलों का पता है, जबकि 25 प्रतिशत भारतीय प्रतिभागियों का कहना है कि पिछले एक साल में कॉर्पोरेट जगत में भ्रष्टाचार के अधिक मामले उजागर हुए हैं.

नियमों का सख्ती से पालन न होना है बड़ी वजह
भारत में कंपनियों के लिए एक मुख्य समस्या सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने के अलावा विक्रेता को बड़ा ठेका देने के बदले अधिकारियों द्वारा रिश्वत लेना भी है. इस समस्या का मूल कारण यह भी है कि भारत में मानकों और वित्तीय नियामकों का सख्ती से पालन नहीं होता.

इनपुट: IANS

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