चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने घोषणा की कि ब्रिक्स देशों के बीच आर्थिक और तकनीकी सहयोग योजना के लिए चीन 7.6 करोड़ डॉलर की राशि मुहैया कराएगा. इसके अलावा नव विकास बैंक की परियोजनाओं की वह 40 लाख डॉलर से मदद करेगा.
अंतरराष्ट्रीय शांति और विकास के लिए संयुक्त उन्नत समाधान देने के लिए समूह के पांचों देशों को एक साथ आगे आने का आहवान करते हुए शी ने कहा कि ब्रिक्स देशों को आर्थकि भूमंडलीकरण को खुला और समावेशी बनाना चाहिए जो सभी के लिए लाभकारी हो.
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श्यामन में ब्रिक्स सम्मेलन के पूर्ण अधिवेशन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए शी ने कहा, मेरी इच्छा है कि चीन ब्रिक्स देशों के लिए आर्थकि और तकनीकी सहयोग योजना को शुरु करेगा. इस संबंध में नीति विनिमय और अर्थ एवं व्यापार में प्रायोगिक सहयोग के लिए 50 करोड़ युआन चीनी मुद्रा मौजूदा विनिमय दर के हिसाब से करीब 7.6 करोड़ डॉलर की राशि देगा.
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न्यू डेवलपमेंट बैंक का पहला प्रोजेक्ट शुरू
ब्रिक्स समूह देशों द्वारा गठित नव विकास बैंक से वित्तपोषित पहली परियोजना का शंघाई में परिचालन शुरु हो गया है. उल्लेखनीय है कि ब्रिक्स देशों में भारत के अलावा चीन, रूस, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील शामिल हैं. नव विकास बैंक को इन देशों ने मिलकर 2015 में शुरु किया था.
नव विकास बैंक ने दिसंबर 2016 में एक समझौते के तहत शंघाई लिनगांग वितरित सौर बिजली परियोजना को 17 साल के लिए 7.6 करोड़ डॉलर का रिण दिया था. सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ के मुताबिक रविवार को इस परियोजना के पहले चरण का परिचालन शुरु हो गया है.