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अमरिंदर बोले- GST लागू करने का तरीका सही नहीं, पंजाब में पैसे की कमी

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मंच पर कांग्रेस शासित राज्‍य पंजाब और मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्रियों ने केंद्र सरकार के रवैये पर कई सवाल खड़े किए.

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कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने जीएसटी को लेकर उठाए सवाल
कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने जीएसटी को लेकर उठाए सवाल

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  • पंजाब के CM ने कहा- GST लागू करने का तरीका सही नहीं है
  • मध्‍य प्रदेश के CM ने कहा कि राज्‍य-केंद्र में सामंजस्‍य की कमी

वैसे तो केंद्र की मोदी सरकार जीएसटी को सफल तरीके से लागू होने का दावा करती है. लेकिन दो राज्‍यों पंजाब और मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा आयोजित इंडिया इकोनॉमिक समिट में जीएसटी को लेकर सवाल खड़े किए हैं.

पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि सरकार के जीएसटी लागू करने का तरीका सही नहीं है. वहीं मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री कमलनाथ के मुताबिक जीएसटी लागू करते वक्‍त राज्‍यों को भरोसे में नहीं लिया गया.  

कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने वर्ल्‍ड इकोनॉमी फोरम के मंच पर कहा कि हम उस देश में हैं जहां राज्‍यों के पास बहुत अधिकार हैं. करीब 50 साल पहले जब मैंने राजनीति ज्‍वाइन किया था तब मामला अलग था.

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जीएसटी का जिक्र करते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि मुझे नहीं पता दुनिया जीएसटी को किस नजर से देख रही है. लेकिन मैं पंजाब के नजरिए से बात करूंगा. हमारे पंजाब में जीएसटी लागू करने का तरीका सही नहीं है और इससे परेशानी हो रही है. हमारे पास पैसे की भी कमी है. अमरिंदर सिंह के मुताबिक देश में निवेश और रोजगार के अच्‍छे माहौल बनाए जा सकते हैं.

कमलनाथ बोले-भरोसे में नहीं लिया गया

वहीं मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से मनरेगा जैसी योजनाओं में समय से पेमेंट नहीं किए जा रहे हैं. कमलनाथ ने कहा कि जीएसटी लागू करने से पहले सरकार ने किसी तरह की तैयारी नहीं की. केंद्र-राज्य के बीच आपसी सामंजस्य की कमी है.

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को यह समझना चाहिए कि अंत में राज्यों को ही इसे लागू करना है.राज्यों में जो भी विकास हुआ है, उसके पीछे केंद्र सरकार का नहीं बल्कि राज्यों के प्रयास हैं. कमलनाथ ने साथ ही यह भी कहा कि कुछ राज्यों को छोड़ दें तो बाकी राज्यों पर एक ही पार्टी का राज है. हमें सिर्फ हस्‍ताक्षर के लिए बुलाया जाता है.

पीयूष गोयल ने क्‍या कहा?

इससे पहले वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि बाजार के मामले में भारत तेजी से खुल रहा है लेकिन हमें अपने को बचाने की जरूरत भी है. व्यापार काफी जटिल मसला है. खासकर ई-कॉमर्स की बात करें तो इस मामले में भारत की नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है.

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उन्होंने कहा कि ई-कॉमर्स कंपनियां मनी और मसल पावर का इस्तेमाल कर छोटे कारोबारियों को कारोबार से बाहर फेंक दें. हम यह नहीं होने देंगे. अमेरिका के साथ ट्रेड डील न होने और व्यापार के रास्ते की समस्याओं पर पीयूष गोयल ने कहा, 'जो कोई भी समस्या होगी हम उसे बातचीत से सुलझा लेंगे.'

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