scorecardresearch
 

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आएगी कमी, कोरोना के कहर से इस साल 30% लुढ़का कच्चा तेल

Corona Virus impact कोरोना के कहर से दुनिया भर के शेयर बाजार हलकान हैं. इससे कच्चे तेल का बाजार भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का भाव इस साल की ऊंचाई से तकरीबन 30 फीसदी टूट चुका है.

Advertisement
X
Corona Virus impact क्रूड ऑयल की कीमत में भारी कमी
Corona Virus impact क्रूड ऑयल की कीमत में भारी कमी

Advertisement

  • कोरोना का असर दुनिया की अर्थव्यवस्था पर
  • दुनिया के भर के शेयर बाजारों में गिरावट आई
  • वायरस की वजह से कच्चे तेल में आ रही गिरावट
  • साल की ऊंचाई से 30 फीसदी तक टूटा कच्चा तेल

कोरोना वायरस के कहर से कच्चे तेल का बाजार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव इस साल की ऊंचाई से तकरीबन 30 फीसदी टूट चुका है. बाजार के जानकारों की मानें तो अगले दिनों में कच्चे तेल के दाम में और गिरावट देखने को मिल सकती है.

कितना हुआ दाम

जानकार बताते हैं कि ब्रेंट क्रूड का दाम जो इस समय 50 डॉलर प्रति बैरल चल रहा है, वह टूटकर 45 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकता है. बता दें कि ब्रेंट क्रूड का भाव 26 दिसंबर 2018 के बाद के निचले स्तर पर है, जब भाव गिरकर 49.93 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था.

Advertisement

कच्चे तेल के दाम में गिरावट आने से भारतीय उपभोक्ताओं को पेट्रोल और डीजल समेत अन्य पेट्रोलियम उत्पादों की महंगाई से राहत मिल सकती है.

इसे भी पढ़ें: दिल्ली हिंसा की वजह से चौपट हो रहा बाजार, कारोबारियों को भारी नुकसान

न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकॉन्ट‍िनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर ब्रेंट क्रूड का भाव आठ जनवरी को 71.75 डॉलर प्रति बैरल तक चला गया था जोकि इस साल का अब तक का ब्रेंट क्रूड के भाव का सबसे ऊंचा स्तर है.

बीते एक सप्ताह से कारोना के कहर से बाजार में मचे कोहराम के कारण ब्रेंट क्रूड का भाव इस ऊंचे स्तर से 21.79 डॉलर यानी 30.28 फीसदी टूट चुका है.

आगे और आएगी गिरावट

एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट (एनर्जी एवं करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रकोप से कच्चे तेल के दाम में और गिरावट देखने को मिल सकती है. उन्होंने कहा कि ब्रेंट क्रूड का भाव 45 डॉलर प्रति बैरल जबकि अमेरिकी क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट का भाव 40 डॉलर प्रति बैरल तक गिर सकता है.

अनुज गुप्ता ने बताया कि कच्चे तेल के दाम में आई गिरावट से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आने वाले दिनों में दो से तीन रुपये प्रति लीटर की कमी आ सकती है.

Advertisement

गिरावट के कुछ और भी कारक

कोरोना के कहर के अलावा कच्चे तेल के दाम में नरमी के कुछ और भी कारक हैं. केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया बताते हैं कि कच्चे तेल के फंडामेंटल्स फिलहाल कमजोर हैं क्योंकि अमेरिका में तेल का उत्पादन बढ़ रहा है और वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास की गति मंद पड़ जाने से तेल की खपत मांग घट गई है.

इसे भी पढ़ें- कोरोना के कहर से एश‍ियाई बाजारों के साथ BSE-NSE भी धड़ाम, 1318 अंक टूटा सेंसेक्स

केडिया ने कहा कि तेल के गिरते दाम को थामने के लिए प्रमुख तेल उत्पादक देशों का संगठन ओपेक द्वारा उत्पादन में कटौती करने का असर भी विफल हो गया है. लिहाजा, तेल के दाम में रिकवरी की गुंजाइश फिलहाल नहीं दिख रही है.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आई नरमी से भारतीय वायदा बाजार में भी कच्चे तेल के सौदों में शुक्रवार को करीब तीन फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.

दोपहर 12.49 बजे मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर कच्चे तेल के मार्च अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 2.59 फीसदी की कमजोरी के साथ 3,307 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले भाव 3,290 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा.

Advertisement
Advertisement