प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के प्रकोप से देश के समक्ष पैदा हुईं आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए गुरुवार को एक खास कोविड-19 इकोनॉमिक टास्क फोर्स के गठन की घोषणा की. यह टास्क फोर्स कई बड़े कदम उठा सकता है. वित्त मंत्री आज कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित सेक्टर से जुड़े मंत्रियों के साथ बैठक करने जा रही हैं.
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह कार्य बल लगातार सभी हितधारकों के संपर्क में रहेगा, उनसे प्रतिक्रिया लेगा और उसके मुताबिक फैसले करेगा.
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टास्क फोर्स से है बड़ी उम्मीद
यह टास्क फोर्स कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित सेक्टर्स के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा कर सकता है. इसके अलावा अनौपचारिक क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के लिए भी पैकेज की घोषणा की जा सकती है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में यह टास्क फोर्स एनपीए नियमों में ढील, कंपनियों के टैक्स भुगतान में समय देने जैसे कई बड़े कदम उठा सकता है, साथ ही असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे लोगों की आय होती रहे इसके लिए कोई घोषणा की जा सकती है.
प्रभावित सेक्टर की हो गई है पहचान
ऐसा लगता है कि वित्त मंत्रालय ने कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित कई सेक्टर की पहचान कर ली है. वित्त मंत्री ने शुक्रवार को नागर विमानन, एमएसएमई, पर्यटन, मत्स्यपालन, पशुपालन, और डेयरी से जुड़े मंत्रियों की एक बैठक बुलाई है ताकि इन सेक्टर पर कोरोना वायरस के असर का आकलन किया जा सके.
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गौरतलब है कि कोरोना वायरस के चलते यात्राओं पर रोक, लोगों के घरों में कैद रहने और कारोबारी गतिविधियां ठप पड़ने से ट्रैवल, टूरिज्म और होटल इंडस्ट्री सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इनके अलावा, ईंधन, बिजली, पानी, रबर, प्लास्टिक, कोयला, पेट्रोलियम उत्पादों से जुड़े उद्योग भी प्रभावित हुए हैं.
कोरोना वायरस का दुनिया सहित भारत की अर्थव्यवस्था पर काफी विपरीत असर पड़ रहा है और कई रेटिंग एजेंसियों ने इस साल के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटा दिया है.
(www.businesstoday.in के इनपुट पर आधारित)