नाटकीय घटनाक्रम के बीच टाटा समूह की दुधारू गाय कही जाने वाली टीसीएस के शेयरधारकों ने आज अपने निदेशक मंडल से साइरस मिस्त्री को हटाने के बारे में लाये गये प्रस्ताव पर मतदान कर दिया. उनके खिलाफ 93.11 शेयरधारकों ने वोट डाले, जिसके चलते उन्हें निदेशक पद से हटा दिया गया. है. मिस्त्री को कंपनी के चेयरमैन पद से पहले ही हटाया जा चुका है.
मिस्त्री को कंपनी के निदेशक पद से हटाने के लिए कंपनी की असाधारण आम बैठक (ईजीएम) में यह मतदान हुआ. इस अवसर पर मिस्त्री ने कहा था कि उनकी लड़ाई पद के लिए नहीं है, बल्कि वह देश के सबसे बड़े समूह की आत्मा को बचाने के लिए लड़ रहे हैं. माना जा रहा था कि टाटा की टीसीएस में 73 प्रतिशत हिस्सेदारी के मद्देनजर मतदान उनके पक्ष में ही जायगा, हालांकि ऐसा नहीं हुआ.
खास बात यह है कि मिस्त्री असाधारण आम बैठक में शामिल नहीं हुए थे. टीसीएस उन सात कंपनियों में से पहली है जिनके बोर्ड से इस महीने के दौरान मिस्त्री को हटाने का प्रस्ताव लाया जाएगा. हालांकि, टाटा संस के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा बैठक के दौरान उपस्थित रहे. वहीं टीसीएस के अंतरिम चेयरमैन ने बैठक की अध्यक्षता करने से खुद को अलग कर लिया.
कुल 150 मिनट तक चली ईजीएम में 38 शेयरधारकों ने अपनी बात रखी. अधिकांश ने टाटा का समर्थन किया. कुछ गिने चुने शेयरधारकों ने मिस्त्री का समर्थन किया और उनके लिए तालियां भी बजीं.
टीसीएस ने 17 नवंबर को कहा था कि कंपनी की प्रमुख अंशधारक टाटा संस के विशेष नोटिस पर उसने ईजीएम बुलाने का फैसला किया है. टाटा संस ने 10 नवंबर को मिस्त्री को टीसीएस के चेयरमैन पद से हटाकर उनकी जगह इशात हुसैन को चेयरमैन नियुक्त कर दिया था. वह अब निदेशक पद से भी मिस्त्री को हटाना चाहती है. उल्लेखनीय है कि इसके बाद इंडियन होटल्स की ईजीएम 20 दिसंबर को, टाटा स्टील की ईजीएम 21 दिसंबर को, टाटा मोटर्स की ईजीएम 22 दिसंबर, टाटा केमिकल्स की 23 दिसंबर को व टाटा पावर की ईजीएम 26 दिसंबर को होनी है.