मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि भारत की आर्थिक सुस्ती के बारे में जितनी चर्चा आज दावोस में है उतनी पहले उन्होंने पहले कभी नहीं सुनी. मध्य प्रदेश में CAA लागू करने पर उन्होंने कहा कि कोई भी चीज यदि समाज को बांटती है तो उसे लागू करने की जरूरत क्या है.
दावोस में इंडिया टुडे से खास बातचीत में कमलनाथ ने कहा, 'पिछले कई दशकों से मैं दावोस आता रहा हूं, लेकिन मैंने भारत की मंदी के बारे में इतनी चर्चा पहले कभी नहीं सुनी. मैं जिन लोगों से भी मिला सभी भारत की गिरती अर्थव्यवस्था और बढ़ते सामाजिक असंतोष की बात कर रहे थे.'
बांटने वाले कानून की जरूरत क्या है
मध्य प्रदेश सरकार ने नागरिता संशोधन कानून (CAA) पर काफी सख्त रुख अपनाया है. वह इसे राज्य में लागू करने से किस तरह से रोक पाएंगे, जबकि कपिल सिब्बल ने भी कहा है कि केंद्र के कानून को राज्य सरकार को लागू करना ही होगा?
इस सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा, 'बात सिर्फ CAA की नहीं है. अगर कोई चीज समाज को बांटती है तो उसे लागू करने की जरूरत है? क्या देश में लाखों शरणार्थी आ गए हैं, क्या कोई जंग चल रही है? लोगों को इस बारे में सवाल पूछने का अधिकार है. अब आप एनआरसी की बात कर रहे हैं. लोगों के पास पहले से आधार कार्ड है फिर इसकी क्या जरूरत है?'
दावोस में पांच दिन का समिट
विश्व आर्थिक मंच (WEF) सम्मेलन की 50वीं बैठक सोमवार यानी 20 जनवरी से शुरू हुई है और यह 24 जनवरी तक चलेगी. स्विट्जरलैंड के रिजॉर्ट शहर दावोस में WEF सम्मेलन में दुनियाभर से 3,000 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं.
इस बैठक में विश्व के कई बड़े चेहरे एक मंच पर नजर आने वाले हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, अफगानिस्तान के अशरफ गनी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस वार्षिक बैठक में हिस्सा लेंगे.
स्विट्जरलैंड के दावोस में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल कर रहे हैं. उनके और कमलनाथ के अलावा केंद्रीय राज्यमंत्री मनसुख लाल मंडाविया, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, पंजाब के वित्त मंत्री और तेलंगाना के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री भी हिस्सा ले रहे हैं. मंत्रियों के अलावा कुछ प्रमुख उद्योगपति, फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और सद्गुरू भी इसमें शामिल हो रहे हैं.