मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा दावोस में दिए बयान पर केंद्रीय मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने पलटवार किया है. प्रधान ने कहा कि एक राज्य का सीएम ग्लोबल मंच पर जाकर भारत की छवि बिगाड़ रहा है. कमलनाथ ने आजतक-इंडिया टुडे से खास बातचीत में कहा था कि दावोस में इस बार हर कोई भारत की मंदी की बात कर रहा है.
क्या कहा था कमलनाथ ने
दावोस में विश्व आर्थिक मंच की 50वीं सालाना बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे एमपी के सीएम कमलनाथ ने बुधवार को इंडिया टुडे के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल से खास बातचीत में कहा था, 'पिछले कई दशकों से मैं दावोस आता रहा हूं, लेकिन मैंने भारत की मंदी के बारे में इतनी चर्चा पहले कभी नहीं सुनी. मैं जिन लोगों से भी मिला सभी भारत की गिरती अर्थव्यवस्था और बढ़ते सामाजिक असंतोष की बात कर रहे थे. इसके लिए केंद्र सरकार ही जिम्मेदार है.'
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क्या एक सीएम को ऐसा करना चाहिए
उनके इस बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि वे ग्लोबल मंच पर भारत की छवि खराब कर रहे हैं. प्रधान ने कहा, 'एक राज्य के सीएम से यह अपेक्षा होती है कि वह वैश्विक मंच का इस्तेमाल राज्य में वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए करेगा. लेकिन यह स्तब्ध करने वाली बात है कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री दावोस में WEF जैसे वैश्विक मंच का इस्तेमाल भारत की गलत छवि पेश करने के लिए कर रहे हैं.'
CAA पर भी कमलनाथ ने की थे ये टिप्पणीCM of a state is expected to use global forums to pitch the attractiveness of the state to global investors. Its shocking that Congress CMs are using a global platform like the WEF at Davos to present a false bleak picture of India.
Not everything is about politics Mr. CM! https://t.co/w7DTUTTlnW
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) January 23, 2020
मध्य प्रदेश सरकार ने नागरिता संशोधन कानून (CAA) पर काफी सख्त रुख अपनाया है. वह इसे राज्य में लागू करने से किस तरह से रोक पाएंगे, जबकि कपिल सिब्बल ने भी कहा है कि केंद्र के कानून को राज्य सरकार को लागू करना ही होगा?
इस सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा था, 'बात सिर्फ CAA की नहीं है. अगर कोई चीज समाज को बांटती है तो उसे लागू करने की जरूरत है? क्या देश में लाखों शरणार्थी आ गए हैं, क्या कोई जंग चल रही है? लोगों को इस बारे में सवाल पूछने का अधिकार है. अब आप एनआरसी की बात कर रहे हैं. लोगों के पास पहले से आधार कार्ड है फिर इसकी क्या जरूरत है?'
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दावोस में पांच दिन का समिट
विश्व आर्थिक मंच (WEF) सम्मेलन की 50वीं बैठक सोमवार यानी 20 जनवरी से शुरू हुई है और यह 24 जनवरी तक चलेगी. स्विट्जरलैंड के रिजॉर्ट शहर दावोस में WEF सम्मेलन में दुनियाभर से 3,000 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं.
इस बैठक में शामिल होने वाले विश्व के कई बड़े चेहरों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, अफगानिस्तान के अशरफ गनी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शामिल हैं. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल कर रहे हैं. उनके और कमलनाथ के अलावा केंद्रीय राज्यमंत्री मनसुख लाल मंडाविया, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, पंजाब के वित्त मंत्री और तेलंगाना के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री भी हिस्सा ले रहे हैं.