scorecardresearch
 

मेक इन इंडिया: पहले दि‍न 21400 करोड़ रु. के करार, 65 देश ले रहे हैं हि‍स्‍सा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मुंबई में 'मेक इन इंडिया' वीक का उद्घाटन किया. देश के इस सबसे बड़े कारोबारी आयोजन के उद्घाटन के मौके पर स्वीडन, फिनलैंड और पोलैंड के प्रधानमंत्री भी मौजूद थे.

Advertisement
X
'मेक इन इंडिया' वीक का उद्घाटन करते पीएम मोदी
'मेक इन इंडिया' वीक का उद्घाटन करते पीएम मोदी

Advertisement

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मुंबई में 'मेक इन इंडिया' वीक का उद्घाटन किया. देश के इस सबसे बड़े कारोबारी आयोजन के उद्घाटन के मौके पर स्वीडन, फिनलैंड और पोलैंड के प्रधानमंत्री भी मौजूद थे.

13 से 18 फरवरी तक आयोजन
13 से 18 फरवरी तक चलने वाले इस कार्यक्रम में करीब 2500 विदेशी मेहमानों के साथ-साथ भारतीय कंपनियों के 8000 से ज्यादा प्रतिनिधि भी हिस्सा ले रहे हैं. वहीं मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर केंद्रित इस कार्यक्रम के दूसरे संस्करण में देश के 17 राज्य शिरकत कर रहे हैं. इनमें गुजरात, हरियाणा, ओडिशा, पंजाब और मध्य प्रदेश को लेकर अलग विशेष सत्र का आयोजन भी किया जाना है.

पहले दिन चार MoU पर हस्ताक्षर
कार्यक्रम के पहले दिन ही करीब 64,000 करोड़ रुपयों के चार एमओयू पर हस्ताक्षर एजेंडे में है. यह सभी एमओयू महाराष्ट्र से जुड़े प्रॉजेक्ट्स के लिए हैं. ट्विन स्टार डिस्प्ले टेक्नॉलजी महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन (MIDC) के साथ महाराष्ट्र के विदर्भ में करीब 60,000 करोड़ रुपये का प्लांट लगाने के लिए समझौते पर दस्तखत करेंगे.

Advertisement

महाराष्ट्र में परियोजनाओं को लेकर करार
वहीं अमरावती के मोर्शी तहसील में 635 करोड़ रुपयों के फूड पार्क और जूस प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए कोका कोला की राज्य कृषि विभाग के साथ डील होनी है. इसके अलावा अमरावती जिले में ही 1400 करोड़ रुपये के टेक्सटाइल प्लांट के लिए कपड़ा निर्माता कंपनी रेमंड की राज्य टेक्सटाइल विभाग के साथ डील होगी. कार निर्माता कंपनी फिएट भी पुणे में 1800 करोड़ रुपयों के ऑटोमोबिल प्लांट के लिए राज्य सरकार से समझौता करेगा.

मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन बनाने पर फोकस
मेक इन इंडिया कार्यक्रम के लिए करीब 3 किलोमीटर लंबा अस्थायी सेट-अप तैयार किया गया है. इसमें भारत को एक बड़े मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन की तरह से पेश किया गया है. इस पूरी व्यवस्था पर केंद्र और राज्य सरकार ने संयुक्त रूप से 100 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.

इनोवेशन को भी मिलेगा बढ़ावा
18 फरवरी तक तक चलेगा मेक इन इंडिया. इसमें सरकार का प्रमुख रुप से 11 सेक्टर पर फोकस होगा. मोदी सरकार इसके जरिए देश में इन्नोवेशन को बढ़ावा देने के साथ-साथ निवेश को आकर्षित करने पर फोकस रहेगा.

Advertisement
Advertisement