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मलिक घाट वाया गाजीपुर मंडी, पटाखों पर बैन से खिलेगा फूलों का बाजार

पटाखों पर लगी पाबंदी से फूल कारोबारी को इस साल सेल में इजाफे की उम्मीद है. लिहाजा तैयारी पूरी है कि इस बार दो दिन के कारोबार में वह ज्यादा से ज्यादा सेल कर लें. इसके लिए लगभग सभी कारोबारियों ने अपनी आम आढ़त से 5 गुना अधिक फूल का ऑर्डर दिया है.

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इस साल फूल का अच्छा होगा कारोबार, लेकिन आम आदमी की जेब होगी हल्की
इस साल फूल का अच्छा होगा कारोबार, लेकिन आम आदमी की जेब होगी हल्की

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देश में चुनावी बिगुल बजते ही कोलकाता के मलिक घाट फ्लावर मार्केट और दिल्ली के गाजीपुर फूल मंडी में आवक में बड़ा इजाफा देखने को मिलता है. बात जब दीपावली की हो तो इन दोनों बाजारों में सांस लेना भी कारोबारियों के लिए नुकसान साबित होता है. मलिक घाट मार्केट एशिया का सबसे बड़ा फ्लावर मार्केट है और गाजीपुर मंडी देश की सबसे बड़ी खपत मार्केट. यही वजह है कि चुनाव के वक्त फूल की मांग में इतना बड़ा इजाफा देखने को मिलता है.

क्यों खास है ये वाली दीपावली

दिल्ली में इस साल दीपावली खास है. यहां सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पटाखा बेचने पर प्रतिबंध लगा हुआ है. लिहाजा इस साल सेफ दीपावली के साथ-साथ प्रदूषण मुक्त दीपावली का भी नारा लग रहा है. छोटी दीपावली और बड़ी दीपावली की रात इस साल आसमान में पटाखे फूटते कम नजर आएंगे. पिछले साल की तरह दीपावली की सुबह बच्चों-बूढ़ों को सांस लेने में दिक्कत के चलते अस्पताल में एडमिट नहीं होना पड़ेगा.

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फूलों की डिमांड बढ़ेगी?

बाजार से पटाखे गायब होने के चलते इस दीपावली दिल्ली में फूल और सजावटी सामान का कारोबार तेज रहने की उम्मीद है. दीपावली के लिए नकली फूल (कागज और प्लास्टिक से बने) तो बीते एक महीने से बिक रहे हैं. असली फूलों की थोक सप्लाई कर रहे गाजीपुर मंडी में कारोबारियों के लिए भी यह दीपावली खास है. पटाखों पर लगी पाबंदी से उन्हें भी सेल में इजाफे की आस है लिहाजा तैयारी पूरी है कि इस बार दो दिन के कारोबार में वह ज्यादा से ज्यादा सेल कर लें. इसके लिए लगभग सभी कारोबारियों ने अपनी आम आढ़त से 5 गुना अधिक फूल का ऑर्डर दिया है.

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5 गुना दाम पर बिकेगा फूल?

गाजीपुर मंडी में कारोबार का सीधा नियम चलता है. यहां फूल की सप्लाई फिक्स है. डिमांड में उतार-चढ़ाव अधिक है और सबसे बड़ा रिस्क कि कुछ घंटों में फूल नहीं बिका तो उनके सामने पड़ा 100 रुपये का एक विदेशी फूल (थाइलैंड से आया) भी मुरझा जाएगा. लिहाजा बाजार में जैसे ही फूल की डिमांड तेज होती है, कीमतों में ऑटोमैटिक इजाफा होने लगता है.

गाजीपुर फूल मंडी में आमतौर पर अलग-अलग फूलों के ये दाम रहते हैं.

गेंदाः 120-150 रुपये प्रति किलो

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गुलाब फूलः 250-400 प्रति किलो

गुलाब पंखुड़ीः 200 प्रति किलो

कमल फूल(कोलकता): 20 प्रति पीस

कमलः 10 प्रति पीस

डेजी(हिमाचली): 80 प्रति 10 पीस

ऑर्किंड(थाइलैंड): 550-600 प्रति पीस

गुलनारः 80 प्रति 10 पीस

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रीटेल मार्केट में 5 गुना होगी अधिक कीमत

फूल मंडी में कारोबारी दीपावली के बाद ही अपनी सेल का त्वरित अनुमान दे सकते हैं लेकिन सवाल ये है कि इन फूलों की रीटेल मार्केट में क्या कीमत लगती है? रीटेल मार्केट से ही आम आदमी अपनी खरीदारी करता है. यहां पर अलग-अलग फूल किस कीमत पर बिकते हैं उसी से इस दीपावली फूलों के कारोबार का सही आकलन होगा.

पिछले साल दीपावली के मौके पर जहां गाजीपुर मंडी में गेंदे का फूल 250-350 रुपये प्रति किलो बिका था वहीं रीटेल मार्केट में पहुंचकर इस फूल की कीमत 500-600 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई. इस बार भी दीपावली पर गेंदे का फूल रीटेल मार्केट में 600 रुपये प्रति किलो से कम नहीं बिकने की उम्मीद है.

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