दिल्ली का कनॉट प्लेस (Connaught Place) दुनियाभर में फेमस है, घूमने के साथ-साथ लोग शॉपिंग (Shopping) के लिए कनॉट प्लेस पहुंचते हैं. सुंदर बसावट की वजह से कनॉट प्लेस आने वाले टूरिस्टों का दिल जीत लेता है. अब दिल्ली में कनॉट प्लेस की तर्ज पर एक और बाजार को संवारने का काम शुरू हो गया है.
दरअसल, दिल्ली का कमला मार्केट (Kamla Market) काफी फेमस है. दिल्ली और उसके आसपास के शहरों में रहने वाले लोग इस बाजार के बारे में बखूबी जानते हैं. लेकिन पिछले कुछ वर्षों से कमला मार्केट अपनी बदहालियों को लेकर सुर्खियों में थी. यहां की टूटी सड़कें, पैदल चलने वालों के लिए भी मुश्किल, मार्केट की बिल्डिंग पुरानी होने की वजह से जर्जर स्थिति में पहुंच चुकी है. इसके अलावा साफ-सफाई भी एक बड़ा मसला है, जहां-तहां कूड़े के ढेर लगे रहते हैं.
7 दशक पुराने बाजार का कायाकल्प
लेकिन अब इस ऐतिहासिक बाजार का कायाकल्प होने जा रहा है. कमला मार्केट को कनॉट प्लेस के जैसे सुव्यवस्थित करने के लिए खांका तैयार हो गया है. फिलहाल यहां अतिक्रमण भी एक बड़ी समस्या है, जिससे हटाने का फैसला ले लिया गया है. कमला मार्केट में चरणबद्ध तरीके से सुधार किया जाएगा और इसको एक नया रंग-रूप दिया जाएगा.
बता दें कि कमला मार्केट को संवारने का आदेश दिल्ली के उपराज्यपाल ने दिया है. दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने पिछले महीने कमला मार्केट का दौरा कर जायजा लिया था. इस दौरान उनके साथ दिल्ली नगर निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती भी मौजूद थे. इस आदेश के तहत वास्तुकार विभाग ने एक कार्य योजना बनाई और उसके आधार पर इसके सुधार का कार्य को शुरू करने की तैयारी की है.
घंटाघर फिर दिखेगा पुराने रंग में
दिल्ली नगर निगम कमला मार्केट में 72 साल पुराने घंटाघर को पुनर्स्थापित करने और उसका जीर्णोद्धार करने की योजना बना रहा है. घंटाघर के जीर्णोंद्धार से बाजार की सुंदरता तो बढ़ेगी ही साथ ही ये पुराना घंटाघर को पुनर्जीवित हो जाएगा. इसके लिए बजट भी निर्धारित कर दिया गया है.
वहीं यहां हुए अतिक्रमण को भी हटाया जाएगा. कनॉट प्लेस की तरह सड़कों पर लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी. यही नहीं, यहां मौजूद सभी दुकानों के बोर्ड को भी एक रंग और साइज में तैयार किया जाएगा.
बता दें, कमला मार्केट करीब 7 दशक पुरानी है. भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ . राजेंद्र प्रसाद ने 29 नवंबर 1951 में इसका उद्घाटन किया था. उसके बाद 1992 में मार्केट आम लोगों के लिए शुरू की गई थी. कमला मार्केट में करीब 275 दुकानें हैं. जानकारी के मुताबिक यह बाजार राजधानी में बसने वाले विभाजन शरणार्थियों को आजीविका प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया था.