नोटबंदी के एक साल पूरा होने पर आजतक के स्पेशल कॉन्क्लेव 'कितना फायदा कितना नुकसान' के पहले सत्र में केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन आजतक के मैनेजिंग एडिटर राहुल कंवल ने किया.
सचिन पायलट ने कहा कि मोदी सरकार ने कैंसर का इलाज करने के लिए नोटबंदी लागू की लेकिन महज सिरदर्द दूर कर वाहवाही लूट रही है. पायलट के मुताबिक केन्द्र सरकार ने 500 और 1000 रुपये की करेंसी को प्रतिबंधित करते हुए दावा किया कि इससे कालेधन के साथ-साथ आतंकवाद पर लगाम लगेगी. लेकिन पायलट के मुताबिक, आंकड़ों से साफ है कि लगभग 99 फीसदी करेंसी रिजर्व बैंक के पास वापस पहुंच चुका है और नोटबंदी के इस दौर में आतंकी घटनाओं में 33 फीसदी का इजाफा दर्ज हुआ है.
पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को करोड़ों के घोटाले सिर्फ एक मच्छर की तरह दिखता है. गोयल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने फरवरी 2016 में ही कैशलेस इकोनॉमी में जाने के लिए फैसला ले लिया था. इस सत्र में राहुल कंवल ने पूछा कि क्या नोटबंदी से देश में टैक्सपेयर की संख्या में बड़ा इजाफा होना इसका फायदा नहीं? पायलट ने कहा कि नोटबंदी से आम आदमी पर ज्यादा असर पड़ा और ब्लैक इकोनॉमी के बड़े मगरमच्छ अभी बरकरार हैं. पायलट ने नोटबंदी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि आखिर नोटबंदी का फैसला केन्द्र सरकार ने लिया या फिर रिजर्व बैंक ने. पीयूष गोयल ने कहा कि नोटबंदी से जिस तरह देश में टैक्स कलेक्शन में इजाफा हुआ है उससे आगे चलकर सरकार को टैक्स दरों में कटौती करने में आसानी होगी.
इस सत्र के अगले चरण में राहुल कंवल ने आजतक की फील्ड रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि आखिर क्यों नोटबंदी से देशभर में छोटे-मध्यम कारोबारियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है? पीयूष गोयल ने कहा कि नोटबंदी से सभी छोटे और मध्यम कारोबार को नुकसान नहीं हुआ है. उन सेक्टर्स को इसका फायदा पहुंच रहा है जिन्होंने जल्द से जल्द अपने कारोबार को दुरुस्त कर लिया है. वहीं जिन सेक्टर्स में अभी भी पूरे कारोबार को टैक्स के दायरे में लाना बाकी है उन्हें भी आते ही फायदा मिलना शुरू हो जाएगा.
सचिन पायलट ने कहा कि उन्हें देश में ऐसा कोई छोटा कारोबारी नहीं मिला जिसने यह दावा किया कि उसे नोटबंदी से फायदा पहुंचा. पायलट के मुताबिक आखिर क्यों सरकार ने नोटबंदी के जो फायदे गिनाए वह अभी तक देखने को नहीं मिले. पायलट ने पूछा कि आखिर सरकार अपने उन दावों के समर्थन में आंकड़े लेकर सामने क्यों नहीं आ रही है. इसके जवाब में पीयूष गोयल ने दावा किया कि नोटबंदी के बाद जिस तरह से बीजेपी एक के बाद एक राज्यों में चुनाव जीत कर सामने आई है, उसे नोटबंदी का समर्थन माना जाना चाहिए. लिहाजा निष्कर्ष यही है कि पूरा देश प्रधानमंत्री के इस फैसले के साथ है.
इसे भी पढ़ें: पैराडाइज पेपर्स: जयंत सिन्हा की सफाई- मंत्री बनने से पहले छोड़ दी थी कंपनी
पायलट ने कहा कि यह प्रोपेगेंडा, प्रचार और मार्केटिंग की सरकार है. इसपर गोयल ने कहा कि यदि मोदी सरकार इवेंट मैनेजमेंट वाली सरकार होती तो 2014 में 6 राज्यों में सरकार से आज 16 राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं होती.
राहुल कंवल ने सवाल किया कि क्या नोटबंदी से फर्जी करेंसी पर लगाम लगी है. राहुल ने अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के हवाले से पूछा कि क्या फर्जी करेंसी पूरी तरह से बैंक में जमा हो चुकी है या फिर अभी तक जाली नोट की गिनती जारी है. पीयूष गोयल ने कहा कि नोटबंदी के बाद देश में जाली नोट पूरी तरह से खत्म हो चुकी है. हालांकि गोयल ने माना कि रिजर्व बैंक ने अभी जाली नोट पर कोई आंकड़ा नहीं दिया है लिहाजा माना जा रहा है अभी इसकी गिनती जारी है.