कर्ज में डूबी हुई एयरलाइन जेट एयरवेज के कर्मचारी संघ और एसबीआई की अगुवाई वाली बैंकों की समिति ने हाल ही में सरकार से अंतरराष्ट्रीय उड़ान स्लॉट को सुरक्षित रखने की अपील की थी. कर्मचारियों की इस अपील पर नागर विमानन मंत्रालय ने कहा है कि वह खाली स्लॉट को " अस्थायी तौर " पर दूसरी एयरलाइन कंपनियों को आवंटित कर रहा है. मंत्रालय के मुताबिक जेट एयरवेज के फिर से परिचालन शुरू करने पर इन स्लॉट को उसे वापस कर दिया जाएगा.
मंत्रालय ने कहा , " यात्रियों को होने वाली दिक्कतों को दूर करने और अतिरिक्त क्षमता के समावेश के लिए जेट एयरवेज द्वारा छोड़ गए उड़ान स्लॉट को दूसरी एयरलाइन कंपनियों को आवंटित करने का फैसला किया गया है. यह पूरी तरह से अस्थायी आधार पर है.यह आवंटन तीन महीने के लिए होगा."
दरअसल, वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के अचानक परिचालन बंद करने से हजारों की संख्या में यात्री फंसे हुए हैं. इसके अलावा टिकट किराए में भी इजाफा हो रहा है. इन हालात में मंत्रालय ने जेट के खाली पड़े उड़ान स्लॉट स्पाइसजेट और इंडिगो जैसी एयरलाइन कंपनियों को आवंटित कर दिया है. मंत्रालय ने कहा कि स्लॉट के आवंटन के लिए एक समिति बनाई गई है. यह समिति उचित और पारदर्शी तरीकों से स्लॉट का आवंटन सुनिश्चित कर रही है. समिति में नागर विमानन महानिदेशालय और भारतीय हवाईपत्तन प्राधिकरण के अलावा निजी क्षेत्र की एयरलाइन और स्लॉट समन्वयक शामिल हैं.
26 अप्रैल से स्पाइजेट की उड़ान
इस बीच, स्पाइसजेट ने 26 अप्रैल से अपने घरेलू नेटवर्क पर नई दिल्ली और मुंबई से अन्य शहरों के लिए 28 नई दैनिक उड़ानें शुरू करने का ऐलान किया है. कंपनी के मुताबिक मुंबई से नई उड़ानें मुंबई - जयपुर - मुंबई , मुंबई - अमृतसर - मुंबई , मुंबई - मैंगलोर - मुंबई और मुंबई - कोयम्बटूर - मुंबई मार्ग पर होंगी. इसके अलावा स्पाइसजेट ने मुंबई - पटना - मुंबई , मुंबई - हैदराबाद - मुंबई और मुंबई - कोलकाता - मुंबई मार्गों पर भी परिचालन शुरू करने की घोषणा की है. स्पाइसजेट ने मई के आखिर से मुंबई से हांगकांग , जेद्दाह , दुबई , कोलंबो , ढाका , रियाद , बैंकॉक और काठमांडू से अतंरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने की भी घोषणा की है.