नोटबंदी के बाद से देश में डिजिटल लेन-देन लगातार बढ़ रहे हैं. जिस तेजी से डिजिटल लेन-देन बढ़ रहे हैं, उसी गति से इससे जुड़े फ्रॉड के मामले भी सामने आ रहे हैं.
डिजिटल लेन-देन से जुड़ी शिकायतों का समाधान करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक एक अलग लोकपाल का गठन करेगा. ताकि इन शिकायतों का त्वरित समाधान निकाला जा सके.
भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में इस प्रस्ताव का जिक्र किया है. इसके मुताबिक डिजिटल लेन-देन की खातिर अलग से एक लोकपाल बनाया जाएगा.
रिपोर्ट में आरबीआई ने कहा है,''फिलहाल डिजिटल वित्तीय लेन-देन की खातिर लोकपाल किसी भी बैंक के अधिकार क्षेत्र में प्रमुखता से शामिल नहीं है. लेकिन डिजिटल लेन-देन को लेकर बढ़ रही शिकायतों को देखते हुए और पेमेंट्स बैंकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लोकपाल को लाने की जरूरत आन पड़ी है.''
वित्त वर्ष 2017-18 की अपनी सालाना रिपोर्ट में केंद्रीय बैंक ने कहा है कि इस साल डिजिटल लेन-देन को लेकर शिकायतें बढ़ी हैं. बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को अपनी सालाना रिपोर्ट जारी की है.
इसमें केंद्रीय बैंक ने नोटबंदी, जीएसटी और इकोनॉमी के दूसरे पक्षों पर खुलकर बात की है. इसी में आरबीआई ने डिजिटल लेन-देन को लेकर भी बात की है. रिपोर्ट में डिजिटल लेन-देने को बेहतर करने और शिकायतों का निवारण करने की खातिर ये व्यवस्था की जाने की बात कही गई है.