रिलायंस समूह के अध्यक्ष मुकेश अंबानी अब भारत के सबसे दौलतमंद व्यक्ति नहीं है. गुरुवार को शेयर बाज़ार के बंद होने के बाद दवा बनाने वाली कंपनी सन फार्मा के प्रमोटर 59 वर्षीय दिलीप सांघवी भारत के सबसे दौलतमंद व्यक्ति माने जा रहे हैं.
एक अंग्रेजी अखबार ने खबर दी है कि गुरुवार को जब शेयर बाज़ार बंद हुए थे तो गुजरात में जन्मे दिलीप सांघवी देश के सबसे दौलतमंद व्यक्ति हो गए. इसका कारण यह है कि उनके समूह की तीन कंपनियों सन फार्मा, सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च और रैनबैक्सी लैब के शेयरों की मिली जुली संपत्ति में उनका हिस्सा 1.46 लाख करोड़ रुपये (23.42 अरब डॉलर) हो गया था. उनके पास इन तीन कंपिनयों के 63 फीसदी शेयर हैं.
उधर मुकेश अंबानी के पास रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर में कुल 45 फीसदी शेयर हैं. शेयर बाज़ार के मूल्य के अनुसार उनकी मिली जुली दौलत 1.48 लाख करोड़ रुपये (21.2 अरब डॉलर) हो गई. ये आंकड़े बांबे स्टॉक एक्सचेंज से मिले हैं. लेकिन सांघवी वायु ऊर्जा कंपनी सुज़लॉन के 23 फीसदी शेयर लेने जा रहे हैं और उनके बाज़ार मूल्य के मुताबिक उनकी कुल दौलत 1.48 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो जाएगी.
पिछले एक साल में सांघवी की कंपनी सन फार्मा के शेयर 50 फीसदी से भी ज्यादा बढ़े हैं. उसे देश की सबसे ज्यादा बढ़ने वाली दवा कंपनी माना जाता है. उन्होंने महज दस हजार रुपए से 1982 में अपनी कंपनी की शुरुआत की थी.
लेकिन अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी ब्लूमबर्ग के मुताबिक मुकेश अंबानी अभी भी भारत के सबसे दौलतमंद व्यक्ति हैं और उनके पास 21.9 अरब डॉलर की दौलत है. उन्हें दुनिया के सबसे अमीर लोगों में 33 वें नंबर पर रखा गया है. सांघवी का स्थान उनके बाद ही है और उनके पास 19.7 अरब डॉलर की दौलत है.