चीन के बाजार में सोमवार को रही बड़ी गिरावट के असर से पहले कारोबारी दिन अमेरिका और यूरोप के बाजारों में भी बड़ी गिरावट के साथ कारोबार हुआ. सोमवार को जहां चीन में प्रमुख शंघाई इंडेक्स 8 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया वहीं अमेरिका में डाओ जोंस भी 6 महीने के निचले स्तर के निचे चला गया.
अमेरिका में इस गिरावट के लिए बाजार के जानकारों का मानना है कि चीन के बाजारों में जारी बिकवाली से ग्लोबल कमोडिटी बाजार पर भारी दबाव है जिससे अमेरिका के साथ-साथ यूरोप के बाजार प्रभावित हो रहे हैं.
6 महीने के निचले स्तर पर डाओ जोंस
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन डाओ जोंस 6 महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ. अमेरिकी बाजारों में सोमवार की शुरुआती कमजोरी के साथ हुई और दिनभर के कारोबार में गिरावट बरकरार रही. अमेरिकी का प्रमुख डाओ जोंस इंडेक्स 127.94 अंक यानी 0.73 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ.
वहीं नैस्डेक कम्पोजिट इंडेक्स 48.85 अंक यानी 0.96 फीसदी की गिरावट के साथ 5,039 पर बंद हुआ और एसएंडपी 500 इंडेक्स में 12.01 अंक यानी 0.58 फीसदी की कमजोरी के साथ बंद हुआ.
चीन में नहीं रुक रहा गिरावट का दौर
हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में चीन के शेयर बाजारों में भारी गिरावट दर्ज हूई थी. शंघाई और शेनझेन में सूचीबद्ध बड़ी कंपनियों का इंडेक्स सीएसआई300 8.6 फीसदी गिरकर बंद हुआ, वहीं शंघाई कंपोजिट इंडेक्श 8.5 फीसदी की गिरावट के साथ 3,726 के स्तर पर बंद हुआ.
सोमवार की इस गिरावट के बाद बाजार बंद होने पर चीन सरकार ने कहा था कि वह बाजार को सहारा देने के लिए खरीदारी बढ़ाने जा रही है. लेकिन मंगलवार के कारोबार पर इसका असर नहीं दिखाई दिया और बाजार लगातर गिरावट की ओर रुख किए है. शुरुआती कारोबार में बिकवाली हावी है और प्रमुख शंघाई इंडेक्स 1.68 फीसदी की गिरावट के साथ 3,663 के स्तर पर है.
चीन में गिरावट से ग्लोबल कमोडिटी बाजार पस्त
चीन के बाजारों में जारी गिरावट और मंदी गहराने का सीधा असर ग्लोबल कमोडिटी बाजार पर देखने को मिल रहा है. वैश्विक बाजार में सोना, चांदी, क्रूड और बेस मेटल्स में भारी बिकवाली है देखने को मिल रही है. ऐसा इसलिए हो रहा है कि क्योंकि चीन विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, और सोने-चांदी, क्रूड का सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है.