वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने उम्मीद जतायी कि भारतीय अर्थव्यवस्था अगले एक-दो साल में उच्च आर्थिक वृद्धि के रास्ते पर लौट आएगी. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को लेकर निराश होने की जरूरत नहीं है.
चिदंबरम ने कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति :केपीसीसी: के पदाधिकारियों से कहा, ‘वर्ष 2008 में वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर धीमी हुई है और यह अभी साफ नहीं है कि 2013 में इसमें तेजी आएगी. हालांकि उदास या निराश होने की जरूरत नहीं है.’ उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर करीब 5.5 प्रतिशत रही और उमीद जतायी कि दूसरी छमाही में इसमें सुधार होगा.
चिदंबरम ने कहा, ‘हम उन चार या पांच देशों में है जिनकी आर्थिक वृद्धि दर अच्छी रहीं है. अन्य देशों में चीन, इंडानेशिया और कुछ हद तक ब्राजील एवं दक्षिण अफ्रीका है. अन्य कोई भी देश एक या 2 प्रतिशत से अधिक दर से वृद्धि नहीं कर रहा है...’ एक तरह से ईंधन कीमत और रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में वृद्धि के निर्णय का बचाव करते हुए चिदंबरम से कहा कि सरकार ने आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये कई निर्णय किये हैं. हो सकता है इससे कुछ कष्ट हो लेकिन हर किसी को इसे साझा करना है.
उन्होंने यह भी कहा कि समस्याओं से पार पाने के लिये देश को अपने वित्त का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए.