प्रवर्तन निदेशालय ने पंजाब नेशनल बैंक घोटाले मामले में भगोड़े मेहुल चोकसी की 24 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है. दुबई स्थित तीन संपत्तियों पर प्रवर्तन निदेशालय की नजर थी, जिसका मूल्य 24 करोड़ के करीब है.13 हजार करोड़ रुपये के इस बैंक घोटाले का सह आरोपी मेहुल चोकसी इन दिनों एंटीगुआ में रह रहा है. भारत सरकार भगोड़े मेहुल चोकसी और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है.
बता दें कि मेहुल चोकसी के खिलाफ देश में ही नहीं विदेश में भी कार्रवाई हो रही है. हाल ही में एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने मेहुल चोकसीकी नागरिकता को रद्द करने का ऐलान किया था. उन्होंने ये कदम भारत के दवाब में उठाया था.
Enforcement Directorate (ED) has provisionally attached immovable properties, valuables, vehicle, bank account having total value of Rs. 24.77 crore of accused Mehul Choksi under Prevention of Money Laundering Act, 2002 (PMLA) in Punjab National Bank Fraud Case. pic.twitter.com/QcRCC4kdwl
— ANI (@ANI) July 11, 2019
PNB घोटाले के तहत नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर 13 हजार करोड़ रुपये के गबन का आरोप है. ये मामला 2018 में सामने आया था, तभी से ही विपक्ष इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरे हुए है.
वहीं मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण मामले में सरकारी सूत्रों की मानें तो भारत अभी इस इंतजार में है कि पहले एंटिगुआ की सारी कानूनी प्रक्रिया खत्म हो जाए. उसके बाद ही अपने स्तर पर प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
कब और कैसे हुआ पीएनबी घोटाला
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का खुलासा 2018 में हुआ. यह घोटाला करीब 13000 करोड़ का है. इस घोटाले का मास्टरमाइंड हीरा कारोबारी नीरव मोदी था. घोटाले का खुलासा होने के बाद नीरव मोदी पूरे परिवार के साथ देश से फरार हो गया. साथ ही घोटाले का सह-आरोपी मेहुल चोकसी भी देश से भागने में सफल रहा.
इसके बाद विपक्ष ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा और सवाल उठाए की नीरव और चोकसी कैसे फरार हो गए. पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों ने हीरा कारोबारी नीरव मोदी को लेटर ऑफ अंडरटेकिंग दे दिया. इस अंडरटेकिंग के आधार पर नीरव ने निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों से पैसे निकाले.
यह पूरा खेल 2011 से ही शुरू हो गया था. जिसका खुलासा बाद में हुआ. पीएनबी ने 28 जनवरी 2018 को नीरव मोदी की कंपनियों पर मामला दर्ज कराया. इन कंपनियों में नीरव मोदी, निश्चल मोदी और मेहुल चोकसी पार्टन था. इन्होंने मिलकर सारे पैस कांगकांग ट्रांसफर कर दिए.