देश छोड़कर ब्रिटेन में जा बसे आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी से लंदन में ही पूछताछ की जा सकती है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इसके लिए ब्रिटिश प्रशासन को म्यूचुअल असिस्टेंस ट्रीटी (एमएलएटी) के तहत लिखित आवेदन किया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, ईडी ने ब्रिटेन को लिखा है कि उनकी जांच टीम को लंदन में ही ललित मोदी से पूछताछ का इंतजाम किया जाए. ईडी ललित मोदी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में जांच कर रहा है. मोदी को भारत लाने की कोशिशों में लगे ईडी ने एमएलएटी समझौते के तहत ब्रिटेन जाकर मामले की जांच का फैसला किया है. इस मामले के बाद पुलिस भी ललित मोदी के मामले में आगे की कार्रवाई कर सकती है.
भारत और ब्रिटेन के बीच 1995 में हुआ एमएलएटी करार
ईडी ने ब्रिटेन में अपने समकक्ष प्राधिकरण के लिए गृह मंत्रालय के जरिए आवेदन भिजवाने की कोशिश की है. गृह मंत्रालय इस आवेदन पर विचार करने के बाद ब्रिटेन भेजेगा. एमएलएटी दो या अधिक देशों के बीच एक समझौता है. इसके तहत देशों के बीच आपराधिक मामलों में सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाता है. भारत ने ब्रिटेन के साथ साल 1995 में इस समझौते पर दस्तखत किया था.
ललित मोदी पर फेमा नियमों को तोड़ने का भी मामला
ललित मोदी के खिलाफ ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के अलावा फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (फेमा) के उल्लंघन का मामला ईडी में चल रहा है. साल 2014 में बीजेपी नेताओं जिनमें राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का भी नाम है के साथ नजदीकी के खुलासे के बाद ललित मोदी फिर चर्चा में आए थे.