Twitter कंपनी के नए मालिक एलन मस्क ने अपनी पुरानी कंपनी टेस्ला के 1.95 करोड़ (19.5 मिलियन) शेयर बेच दिए हैं. इन शेयर्स की कीमत वर्तमान में कीमत 3.95 बिलियन अमेरिकी डॉलर है. भारतीय रुपयों में बात करें तो यह कीमत 32.5 हजार करोड़ से भी ज्यादा है.
इस बिक्री के बाद अब तक एलन मस्क टेस्ला के 20 बिलियन डॉलर के शेयर बेच चुके हैं. इससे पहले, अप्रैल और अगस्त में उन्होंने टेस्ला के कुल 15.4 बिलियन डॉलर के शेयर बेचे थे. तब उन्होंने कहा था कि आगे उनकी टेस्ला के शेयर बेचने की कोई योजना नहीं है. टेस्ला (Tesla) एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी है. मस्क उस कंपनी के भी CEO हैं.
इससे पहले भी मस्क भारी मात्रा में टेस्ला के शेयर बेच चुके हैं. ट्विटर खरीदने से पहले उन्होंने इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी में अपने हिस्से के 7.92 मिलियन डॉलर शेयरों को बेचा था. कंपनी की सिक्योरिटीज फाइलिंग के हवाले से रॉयटर्स ने यह रिपोर्ट दी थी. रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ला ने एक सिक्योरिटीज फाइलिंग में नियामक को बताया था कि उसके सीईओ एलन मस्क ने 7.92 मिलियन शेयरों की बिक्री की है, जिससे उन्हें 6.9 बिलियन डॉलर प्राप्त हुए हैं.
इस तरह पूरी हुई Twitter Deal
> ट्विटर डील की शुरुआत इस साल अप्रैल में हुई थी. 4 अप्रैल को एलॉन मस्क ने ट्विटर में 9.2 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी. इसके साथ ही वो कंपनी के सबसे बड़े शेयर होल्डर बन गए. मस्क की हिस्सेदारी को देखते हुए कंपनी ने उन्हें बोर्ड मेंबर में शामिल होने के लिए इनवाइट किया था.
> मस्क ने बोर्ड में शामिल होने से इनकार कर दिया. बाद में उन्होंने 54.2 डॉलर प्रति शेयर के भाव से 44 अरब डॉलर में ट्विटर को खरीदने का ऑफर दिया. शुरुआत में कंपनी ने इस ऑफर को स्वीकार नहीं किया था, लेकिन कुछ दिनों बाद शेयरहोल्डर इस डील के लिए तैयार हो गए.
> मई महीने में Twitter ने अपनी फाइलिंग में बताया कि प्लेटफॉर्म पर बॉट्स की संख्या सिर्फ 5 परसेंट है. इस पर ही मस्क और पराग अग्रवाल के बीच विवाद शुरू हुआ. 13 मई को मस्क ने डील को होल्ड कर दिया.
> 16 मई को मस्क और पराग अग्रवाल के बीच बॉट अकाउंट्स को लेकर बहस हुई. इसके बाद 17 मई को मस्क ने डील होल्ड करने की धमकी दी. 8 जुलाई को मस्क डील के पीछे हट गए. 12 जुलाई को ट्विटर ने मस्क पर केस किया.
> इसके बाद कुछ दिनों तक मस्क और ट्विटर के बीच चूहे बिल्ली का खेल चलता रहा. 4 अक्टूबर को मस्क ने यू-टर्न लेते हुए एक बार फिर डील को पूरा करने का ऑफर दिया. 27 अक्टूबर को डील फाइनल कर ली गई.