भारतीय निर्यात-आयात बैंक ने 28 जुलाई, 2016 को सफलतापूर्वक 10 साल का 1 बिलियन यूएस डॉलर का बॉन्ड निर्गम जारी किया. यह 144/ए रेग एस फॉर्मेट में बैंक का पहला बॉन्ड है.
यह भारतीय निर्यात-आयात बैंक के लिए सबसे बड़ा और 2016 में भारत से बाहर एक बार में जारी किया गया सबसे बड़ा निर्गम है. निर्गम को 157 से ज्यादा निवेशकों से कुल 2.50 बिलियन यूएस डॉलर का अभिदान मिला, जो निर्गम के आकार से ढाई गुना ज्यादा है.
शुरुआत में निर्गम 500 मिलियन डॉलर आकार का रखा गया था, लेकिन निवेशकों की जबरदस्त मांग के चलते इसे बढ़ाकर 1 बिलियन यूएस डॉलर का कर दिया गया. निर्गम से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल भारतीय परियोजना निर्यातों, विदेश में निवेश को सहयोग करने और ऋण-व्यवस्था पोर्टफोलियो में दीर्घावधि कर्ज देने के लिए किया जाएगा.
शुरुआत में निर्गम को यूएस ट्रेजरी दर से 210 बेसिस पॉइंट ऊपर बेचा जाना तय हुआ था, लेकिन बाद में बैंक इस निर्गम को यूएस ट्रेजरी दर से 187.5 बेसिस पॉइंट पर लाने में कामयाब रहा. इसलिए बैंक ने 3.383% की विद्यमान दर की तुलना में 3.375% की दर पर बॉन्ड जारी किए, जो मजबूत बाजार स्थितियों में निगेटिव प्रीमियम को दर्शाता है.
यह साल 2000 के बाद से 500 मिलियन यूएस डॉलर के लेन-देन पर किसी भी भारतीय संस्था के नोट्स पर मिला सबसे कम प्रतिफल है. भौगोलिक दृष्टि से इसका वितरण यूएस में 61%, एशिया में 20% और यूरोप में 19% रहा. यूएस में संस्थागत निवेशकों को 61% आवंटन भारत से बाहर किसी भी बैंक या वित्तीय संस्था के लिए सबसे ज्यादा है.
निर्गम के लिए बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच, बारक्लेज, सिटीग्रुप, जेपी मॉर्गन और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने जॉइंट लीड मैनेजर और बुक रनर के रूप में काम किया. भारतीय एक्जिम बैंक को मूडीज से बीएए 3 (सकारात्मक) और स्टैंडर्ड एंड पूअर्स से बीबीबी (स्थिर) रेटिंग प्रदान की गई है, जो भारत सरकार की रेटिंग के बराबर है. बॉन्ड निर्गम को उच्च गुणवत्ता वाले निवेशक वर्ग से अभिदान मिला, जिसमें से 76% फंड और असेट मनेजर्स को, 11% बीमा और पेंशन फंड, 5% संप्रभु वेल्थ फंड, 5% बैंकों और 3% निजी बैंकों को वितरित किए गए.