देश में मई महीने में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) चार माह के उच्च स्तर 3.85 अरब डॉलर पर पहुंच गया. पिछले साल इसी महीने के मुकाबले यह सात फीसदी अधिक रहा. पिछले साल मई में एफडीआई 3.60 अरब डॉलर था.
इस पूरे साल में अप्रैल में भी देश में 3.60 अरब डॉलर एफडीआई आया. मई के एफडीआई के आंकड़े इस साल जनवरी के बाद से सबसे उंचे हैं. जनवरी 2015 में यह 4.48 अरब डॉलर था. चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-मई दो महीने में देश में कुल एफडीआई 40 प्रतिशत बढ़कर 7.45 अरब डॉलर रहा.
किन क्षेत्रों में आया एफडीआई?
शीर्ष 10 प्रमुख क्षेत्रों में कंप्यूटर साफ्टवेयर और हार्डवेयर ने सर्वाधिक 2.27 अरब डॉलर एफडीआई अप्रैल-मई के दौरान प्राप्त किया. इसके बाद आटोमोबाइल में 1 अरब डॉलर, ट्रेडिंग में 66.4 करोड़ डॉलर, सर्विस सेक्टर में 48.8 करोड़ डॉलर तथा पॉवर सेक्टर में 15.5 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया.
अबकी बार सिंगापुर
मई महीने में भारत ने सबसे ज्यादा 2.9 अरब डॉलर का एफडीआई सिंगापुर से हासिल किया. इसके बाद मारीशस से 1.68 अरब डॉलर, नीदरलैंड से 58.7 करोड़ डॉलर और अमेरिका 55.2 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया. वित्त वर्ष 2014-15 में एफडीआई 27 प्रतिशत बढ़कर 30.93 अरब डॉलर रहा जो 2013-14 में 24.29 अरब डॉलर रहा था.