scorecardresearch
 

400 करोड़ से अधिक टर्नओवर वाली कंपनियों को भी मिलेगी राहत, वित्त मंत्री ने दिए संकेत

आने वाले दिनों में 400 करोड़ रुपये से अधिक सालाना कारोबार करने वाली कंपनियों को बड़ी राहत मिल सकती है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसके संकेत दिए हैं.

Advertisement
X
400 करोड़ से अधिक टर्नओवर वाली कंपनियों को भी मिलेगी राहत
400 करोड़ से अधिक टर्नओवर वाली कंपनियों को भी मिलेगी राहत

Advertisement

  • सिर्फ 0.7 फीसदी कंपनियां 30 फीसदी कॉरपोरेट टैक्‍स स्‍लैब में
  • 100 कंपनियां कॉरपोरेट टैक्स में 40% से अधिक योगदान देती हैं

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में 400 करोड़ रुपये तक का सालाना कारोबार करने वाली कंपनियों का कॉरपोरेट टैक्स स्लैब 30 फीसदी से घटाकर 25 फीसदी करने का ऐलान किया. इसके बाद देश की करीब 99.3 फीसदी कंपनियों को राहत मिली. वहीं अब सिर्फ 0.7 फीसदी कंपनियां 30 फीसदी के कॉरपोरेट टैक्‍स स्‍लैब में हैं. अब इन 0.7 फीसदी कंपनियों को भी सरकार की ओर से तोहफा मिल सकता है.

दरअसल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि 400 करोड़ रुपये से अधिक सालाना कारोबार वाली कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्‍स की दर धीरे-धीरे घटाकर 25 फीसदी की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि संपत्ति सृजित करने वालों की  सरकार हर तरह से मदद देगी. उद्योग से जुड़े एक कार्यक्रम में सीतारमण ने कहा कि बची हुई कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्‍स की दर को धीरे-धीरे कम किया जाएगा. हालांकि उन्होंने कटौती की समयसीमा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी.

Advertisement

इससे पहले बीते 15 अगस्‍त के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से दिए भाषण में देते हुए कहा कि संपत्ति सृजित करने वाले उद्यमियों को हर प्रकार की मदद दी जाएगी. इसके साथ ही उन्‍होंने संपत्ति सृजन करने वालों की सराहना की और कहा कि उन्हें संदेह की नजर से नहीं देखा जाना चाहिए.

बता दें कि साल 2018 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरूण जेटली ने 250 करोड़ रुपये तक के सालाना कारोबार वाली कंपनियों के कॉरपोरेट टैक्‍स की दर को घटाकर 25 फीसदी किया था. इसके बाद बीते महीने निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए 400 करोड़ रुपये तक के सालाना कारोबार वाली कंपनियों के लिये कॉरपोरेट टैक्‍स की दर को 30 फीसदी से घटाकर 25 फीसदी कर दिया. आयकर विभाग के मुताबिक, करीब 100 कंपनियां कॉरपोरेट टैक्स संग्रह में 40% से अधिक योगदान देती हैं. ये 100 कंपनियां 8,00,000 कंपनियों का सिर्फ 0.12 फीसदी हिस्सा ही हैं.

Advertisement
Advertisement