वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दावा किया है कि देश की इकोनॉमी में सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा कि सात ऐसे अच्छे संकेत साफ दिख रहे हैं जिससे यह कहा जा सकता है कि अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार इस बात का पूरा प्रयास कर रही है कि अर्थव्यवस्था के सभी इंजन सही रूप में काम करें. उन्होंने यह उम्मीद जताई कि नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन से एफडीआई और बढ़ेगा.
क्या हैं वे सात संकेत
वित्त मंत्री ने इकोनॉमी में सुधार दिखाने वाले जिन 7 संकेतों की बात की हैं, वे इस प्रकार हैं-
1. वैश्विक सेंटिमेंट में सुधार
संसद में आम बजट पर होने वाली बहस के दौरान मंगलवार को निर्मला सीतारमण ने कहा, 'वैश्विक सेंटिमेंट अब भारत के पक्ष में दिख रहा है. इस वित्त वर्ष में अप्रैल से नवंबर 2019 के दौरान देश में कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) 24.4 अरब डॉलर का रहा, जबकि एक साल पहले यह 21.2 अरब डॉलर का था.'
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2. FPI निवेश बढ़ रहा है
वित्त मंत्री ने कहा कि एक अच्छा संकेत यह है कि अप्रैल से नवंबर 2019 के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPI) बढ़कर 12.6 अरब डॉलर तक पहुंच गया. पिछले वित्त वर्ष की इस अवधि के दौरान एफपीआई सिर्फ 8.7 अरब डॉलर का था.
3.औद्योगिक गतिविधियां बढ़ रही हैं
वित्त मंत्री ने कहा कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) बेहतर हो रहा है जिसका मतलब यह है कि औद्योगिक उत्पादन गतिविधियों में सुधार हो रहा है. नवंबर 2019 में IIP में 1.8 फीसदी की पॉजिटिव बढ़त हुई है, जबकि अक्टूबर 2018 में इसमें गिरावट आई थी.
4. मैन्युफैक्चरिंग बेहतर हो रहा है
वित्त मंत्री ने कहा कि एक अच्छा संकेत यह भी है कि देश में मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों में सुधार हो रहा है. PMI मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स में सुधार हो रहा है. यह इंडेक्स नवंबर 2019 के 51.2 फीसदी से बढ़कर दिसंबर 2019 में 52.7 और जनवरी में 55.3 फीसदी तक पहुंच गया है.
5. विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़त
निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश में विदेशी मुद्रा भंडार भी बेहतर हुआ है. उन्होंने बताया कि मार्च 2019 के अंत तक देश में विदेशी मुद्रा भंडार 413 अरब डॉलर का था, जो 24 जनवरी, 2020 तक बढ़कर 466.69 अरब डॉलर तक पहुंच गया. यह इस बात का संकेत है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेशकों का भरोसा लौट रहा है.
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6. जीएसटी संग्रह बेहतर
वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी संग्रह में भी लगातार सुधार हो रहा है. जनवरी 2020 में जीएसटी संग्रह 1,10,828 करोड़ रुपये का हुआ. अप्रैल 2019 से जनवरी 2020 के दौरान करीब छह बार जीएसटी संग्रह मंथली रूप से 1 लाख करोड़ के आंकड़े को पार किया है, जो इस बात का संकेत है कि आर्थिक गतिविधियां बढ़ रही हैं. जनवरी में सकल जीएसटी संग्रह में 12 फीसदी की बढ़त हुई है.
7. शेयर मार्केट में तेजी
वित्त मंत्री ने कहा कि शेयर मार्केट में लगातार जारी तेजी भी बता रही है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेशकों का भरोसा है. गौरतलब है कि बीएसई सेंसेक्स में पिछले एक साल में करीब 17 फीसदी की बढ़त हुई है.