पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को सलाह दी है. उन्होंने सोमवार को कहा कि निर्यात को हमारी अर्थव्यवस्था का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए. पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करना है तो एक तिहाई अंतरराष्ट्रीय व्यापार से आना चाहिए.
Former President Pranab Mukherjee at an event in Kolkata, today: Exports must constitute the most important segment of our economy. Exports must constitute at least 1/3 of the total worth of the economy(target of USD 5-trillion economy) must come from international trade sectors. pic.twitter.com/3OcmPYMiZL
— ANI (@ANI) August 26, 2019
इससे पहले एसोसिएशन ऑफ कॉरपोरेट एडवाईजर्स एंड एक्जीक्यूटिव्स (एसीएई) के यहां आयोजित सत्र में शनिवार को उन्होंने कहा था कि अगर वित्त व्यवस्था का सही तरीके से और दूरदृष्टि के साथ प्रबंधन किया जाए तो पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है, साथ ही कहा कि निवेश के बिना अर्थव्यवस्था में वृद्धि नहीं होगी.
वहीं, जीएसटी के बारे में मुखर्जी ने कहा था कि जीएसटी लागू होने से कई कर खत्म हो गए हालांकि इसमें सरकार की तरफ से ज्यादा स्पष्टता होनी चाहिए ताकि बेहतर ढंग से पालन हो सके.
मालूम हो कि फिलहाल अर्थव्यवस्था रैंकिंग में भारत 5वें से फिसलकर 7वें पायदान पर पहुंच गया है. विश्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 2018 में ब्रिटेन और फ्रांस की अर्थव्यवस्था में भारत के मुकाबले ज्यादा ग्रोथ रिकॉर्ड दर्ज की गई, जिस कारण इन दोनों देशों ने एक-एक पायदान का छलांग लगाया है.