वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि केवल सौगात और सब्सिडी मात्र से ही देश के आर्थिक विकास में मदद नहीं मिलेगी, बल्कि युवाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में भाग्य आजमाना चाहिए.
रेपको बैंक की तमिलनाडु और पुदुचेरी में 17 शाखाओं का यहां एक समारोह में औपचारिक उद्घाटन करते हुए वित्त मंत्री ने कहा, ‘अगर किसी देश को बढ़ना है, तो उसके लोगों को अपने पैर पर खड़ा होना होगा तभी वहां कोई मजबूत आर्थिक विकास होगा. वह सौगात या सब्सिडी पर निर्भर नहीं रह सकता.’ उन्होंने यह भी कहा कि उनके नेताओं की और वित्त मंत्री के रूप में उनकी सोच स्पष्ट है कि देश की प्रगति के लिए कौन सी दिशा ठीक है.
उन्होंने कहा कि लुभावनी योजनाएं और सब्सिडी शुरुआत में उपलब्ध कराई जा सकती हैं, लेकिन सरकार का काम है लोगों के लिए रोजगार का सृजन करना या युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर पैदा करना.
चिदंबरम ने कहा, ‘संप्रग सरकार ने देश के युवाओं के लिए रोजगार सृजन की एक स्पष्ट सोच है. लेकिन इसमें बाधाएं भी हैं. अगर एक बैंक की शाखा खुलती है तो इस पर सवाल खड़े किए जाते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘मेरे एक मित्र ने टिप्पणी की कि बैंक शाखाएं खोलकर लोगों को कर्जदार बनाया जा रहा है. कारोबार और स्वरोजगार करने के लिए ऋण लेने में कोई बुराई नहीं है. घूस लेना गलत है ना कि ऋण लेना.’
चिदंबरम ने कहा कि शिक्षा, आवास और कृषि गतिविधियों जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए ऋण लेने वाले लोगों की यह ‘सहज’ मांग है. उन्होंने युवकों को अपने ऊपर भरोसा रखने की नसीहत दी.
वित्त मंत्री ने कहा कि उनका मंत्रालय रेपको बैंक को पूर्ण बैंक बनाना चाहता है और प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इस बैंक की 85 से अधिक शाखाएं हैं. उन्होंने कहा कि वह इस मामले में रिजर्व बैंक से बात करेंगे.