सोने की कीमत में गिरावट आज दूसरे दिन भी जारी रही. दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने का भाव 170 रुपये गिरकर 28 हजार 100 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया. इस तरह दिल्ली में बीते 10 महीने में सोने की यह न्यूनतम कीमत है. सोने की कीमत में गिरावट स्टॉकिस्टों की लगातार बिकवाली के चलते आई है.
चांदी की कीमत में भी तीसरे दिन गिरावट जारी रही. मंगलवार को इसकी कीमत में 50 रुपये की गिरावट आई और यह 41 हजार 400 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया. औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं द्वारा लिवाली समर्थन नहीं मिलने की वजह से चांदी की कीमतें गिर रही हैं.
सोने और चांदी की कीमतों का यह रूख रिजर्व बैंक द्वारा पिछले सप्ताह चुनिंदा कारोबारी समूहों के लिए सोने के आयात के नियमों में ढिलाई दिए जाने के कारण रहा. बाजार सूत्रों के अनुसार रिजर्व बैंक ने निर्यात को बढ़ावा देने के मकसद से सोने की खरीद के लिए इन मानकों में ढील दी. उन्होंने बताया कि आभूषण निर्माता और फुटकर कारोबारियों की मांग में कमी आई, क्योंकि यह सोने के दामों में और गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं.
रिजर्व बैंक ने पिछले साल जुलाई में बढ़ते हुए चालू खाता घाटे पर लगाम कसने और रुपये की गिरावट को रोकने के लिए सोने के आयात पर कड़े प्रतिबंध लगाए थे. बैंक ने आयात को निर्यात से जोडते हुए 20:80 के फॉर्मूले का सुझाव दिया था. यह सुविधा केवल चुनिंदा बैंकों को उपलब्ध थी जबकि अन्य प्रतिष्ठानों को इससे अलग रखा गया गया था.
यूरो के एक सप्ताह के सबसे निचले स्तर तक लुढ़क जाने से विदेशी बाजारों में सोने के दामों में गिरावट आई. इससे सोने के सुरक्षित निवेश होने का आकर्षण भी घट गया. इन वजहों से भी घरेलू बाजार में मंदी को बढ़ी.