मौजूदा शादी-विवाह सीजन के मद्देनजर स्टाकिस्टों की भारी लिवाली के चलते समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने के भाव 32,975 रुपये प्रति दस ग्राम की रिकार्ड उंचाई को छू गये, हालांकि बाद में वायदा बाजार में कमजोर रुख के कारण यह अपना उच्चस्तर कायम नहीं रख सके और अंत में हानि के साथ बंद हुये.
लंबे समय तक रिकार्ड तेजी दर्ज करते रहने के बाद मासिक निपटन से पहले सटोरियों द्वारा अपने सौंदों की कटान करने से वायदा बाजार में कमजोर रुख के कारण सप्ताह के अंतिम तीन सत्रों में सोने की कीमतों में भारी गिरावट आई.
इसके अलावा रुपये में तेजी का असर भी बाजार धारणा पर पड़ा. शेयर बाजार में आये उछाल के कारण कुछ निवेशकों ने सर्राफा बाजार से धन निकाल कर पूंजी बाजार में निवेश किया. सोने की चमक फिकी पड़ने का एक कारण यह भी रहा.
वैश्विक बाजारों में सोने में आई भारी गिरावट का असर भी बाजार धारणा पर पड़ा. घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव स्टाकिस्टों की भारी लिवाली के चलते क्रम से 32,975 रुपये और 32,775 रुपये प्रति दस ग्राम की रिकार्ड उंचाई को छू गये.
सप्ताह के अंतिम सत्रों में स्टाकिस्टों द्वारा उच्चस्तर पर मुनाफा वसूली की बिकवाली के चलते इसके भाव लुड़ककर 32,000 रुपये के स्तर नीचे चले गये और अंत में 1020 रुपये की गिरावट के साथ सप्ताहांत में क्रम से 31,830 रुपये और 31,630 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुये.
गिन्नी के भाव 50 रुपये टूट कर 25,600 रुपये प्रति आठ ग्राम बंद हुये. खरीददारी और बिकवाली के झोकों के बीच चांदी तैयार के भाव उतार-चढ़ाव के वाद सप्ताहांत में 50 रुपये की तेजी के साथ 63,050 रुपये किलो बंद हुये.
जबकि सटोरियों द्वारा लिवाली समर्थन नहीं मिलने से चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 2285 रुपये की गिरावट के साथ सप्ताहांत में 61,235 रुपये किलो बंद हुये. भारी उतार-चढ़ाव के बीच चांदी सिक्का के भाव सप्ताहांत में पूर्वस्तर 81,000-82,000 रुपये प्रति सैंकड़ा अपरिवर्तित बंद हुये.