सोना एक ऐसा मेटल है, जिसका ज्यारदा से ज्यापदा भंडारण दुनिया का हर देश करता है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) ने रिपोर्ट जारी कर दुनिया में सबसे अधिक सोने के भंडार वाले टॉप-10 देशों की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में अमेरिका, जापान और रूस जैसे विकसित देशों के साथ-साथ भारत जैसा विकासशील देश भी शामिल है. इसके अलावा दुनियाभर में सोना आम आदमी से खास आदमी तक की पसंद है. वहीं आंतकवादी संगठन, ड्रग कार्टेल और छोटे-बड़े अपराधी भी सोने को अपना सबसे खास दोस्त मानते हैं.
आइए देखते हैं कौन-कौन हैं सोने के बेस्ट फ्रेंड
इकोनॉमी की मजबूती के लिए जरूरी है सोना
1. अमेरिका के पास दुनिया की सबसे बड़ी सोने की टाल है. विश्व गोल्ड काउंसिल के मुताबिक अमेरिका के पास कुल 8133.5 टन सोना मौजूद है. अमेरिकी सरकार के पास पड़े सोने की कैश वैल्यू लगभग 27 लाख करोड़ रुपये आंकी जाती है.
2. द्वितीय विश्व युद्ध खत्म होने के बाद 1952 में अमेरिकी सरकार के पास 20,663 टन सोना मौजूद था. इसके बाद अमेरिका ने वर्ल्ड सुपर पावर बनने की कोशिश में अपना सोना खर्च किया और 1968 तक पहली बार अमेरिका का सोना रिजर्व 10,000 टन के नीचे पहूंचा था.
3. जर्मनी दुनिया का दूसरा बड़ा सोने की टाल वाला देश है. जर्मनी के केन्द्रीय बैंक के पास आधिकारिक तौर पर 3378 टन सोना मौजूद है जिसकी कैश वैल्यू 11 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है. वहीं इटली और फ्रांस के पास 2452 और 2435 टन सोना क्रमश: मौजूद है.
4. वहीं चीन, रूस और भारत की सरकारों के पास क्रमश: 1823, 1499 और 558 टन सोने का अंबार है. अर्थशाष्त्रियों के मुताबिक जिस देश की सरकार के पास जितना सोना मौजूद रहता है उसकी अर्थव्यवस्था उतनी ही स्थिर मानी जाती है. लिहाजा, दुनियाभर के देशों की सरकारों का बेस्ट फ्रेंड सोना है.
जब नोटबंदी हुई लागू
5. देश में 8 नवंबर की रात नोटबंदी की घोषणा हुई और रात 12 बजे से देश में सर्वाधिक प्रचलित 500 और 1000 रुपये की करेंसी को प्रतिबंधित कर दिया गया. इस खबर के असर से रातो-रात देश में करेंसी के तौर पर रखे कालेधन को सफेद करने के लिए लोगों ने जमकर सोने की खरीदारी शुरू कर दी.
6. कई बड़े शहरों में ज्वैलर्स ने रातभर अपनी दुकानों के शटर गिराकर सोने की बिकवाली की और अपने रिकॉर्ड को तैयार किया. हालांकि ब्लैक को व्हाइट करने का यह तरीका जैसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजर में आया भारतीय बाजार में सोने की मार्केट वैल्यू को कम कर दिया गया जिससे लोग इसमें निवेश करने से बचें.
7 दुनियाभर में ड्रग्स की तस्करी बड़े पैमाने पर की जाती है. इस तस्करी में बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा का भी आदान-प्रदान होता है. हालांकि इस तस्करी में पेमेंट करने के लिए सबसे सुरक्षित माने जाने वाले अमेरिकी डॉलर को छोड़कर दुनियाभर में सोने का इस्तेमाल किया जाता है.
आम आदमी का सोना
8. ज्वैलरी के रूप में सोने के सर्वाधिक इस्तेमाल करने वाले देशों में शुमार भारत कभी सोने की चिड़िया वाला देश कहा जाता था. यहां लोगों का सोने के प्रति अहम लगाव है. सामाजिक और धार्मिक कारणों के अलावा भी देश में सोने में निवेश इंश्योरेंस के लिए किया जाता है. वहीं, दीपावली के मौके पर देश में ज्यादातर लोग सोना खरीदते हैं. शादी-ब्याह में सोना लेन-देन का सबसे अहम आइटम रहता है.
सोने पर सर्जिकल स्ट्राइक
9. कालेधन पर लगाम लगाने के लिए नवंबर में नोटबंदी लागू हुई. इसके बाद से लगातार कयास लगाया जा रहा है कि केन्द्र सरकार बहुत जल्द देश में सोना और बेनामी सोना को लगाम लगाने की कवायद कर सकता है. केन्द्र सरकार का दावा है कि देश में ज्यादातर कालेधन को सोने में छिपाकर रखा जाता है. जिसके चलते देश में परिवारों के पास बड़ी मात्रा में सोना पड़ा हुआ है. समय-समय पर सरकार गोल्ड कन्वर्जन स्कीम इस सोने को बाजार में निकालने के लिए लाती है लेकिन इससे भी परिवारों के पास पड़े सोने में कोई कमी नहीं दर्ज की जाती.