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अब सोना बैंक में रखने पर मिलेगा ब्‍याज: मोदी

सोने को ‘डेड मनी’ से ‘जीवंत ताकत’ बनाकर इसे देश की आर्थिक सम्पत्ति बनाने पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम’ की घोषणा की.

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Prime Minister Narendra Modi
Prime Minister Narendra Modi

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सोने को ‘डेड मनी’ से ‘जीवंत ताकत’ बनाकर इसे देश की आर्थिक सम्पत्ति बनाने पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम’ की घोषणा की. जिसके तहत बैंकों में सोना रखने वालों को ब्याज के रूप में आर्थिक लाभ मिलेगा.

आकाशवाणी पर प्रसारित ‘मन की बात’ कार्यक्रम में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘सोने के प्रति प्यार को कोई कम कर सकता है. लेकिन, सोने को ‘डेड मनी’ के रूप में रखना यह आज के युग में शोभा नहीं देता है.’ उन्होंने कहा कि पिछले बजट में हमने एक महत्वपूर्ण योजना घोषित की थी. हमारे देश में सोना एक प्रकार से सामाजिक जीवन का हिस्सा बन गया है. गोल्ड आर्थिक सुरक्षा का माध्यम माना गया है. संकट समय की चाबी गोल्ड माना गया है. अब ये समाज और जीवन में सदियों से चली आ रही परंपरा है.

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मोदी ने कहा, ‘सोना आर्थिक शक्ति और देश की आर्थिक संपत्ति बन सकता है. हर भारतवासी को इसमें योगदान देना चाहिए. आज मुझे खुशी है कि बजट में जो हमने वायदा किया था, इस दीवाली के त्योहार में और जबकि धनतेरस और लोग उस दिन खासरूप से सोना खरीदते हैं, तो, उसके पूर्व ही हम महत्वपूर्ण योजनाओं को लॉन्च करने जा रहे हैं. हम ‘गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम’ लाए हैं.

इसके अंतर्गत आप अपना गोल्ड बैंक में जमा कर सकते हैं और बैंक उस पर आपको ब्याज देगी जैसे कि आप अपने पैसे जमा करते हैं और ब्याज मिलता है.’ मोदी ने कहा कि पहले गोल्ड लॉकर में रखते थे और लॉकर का किराया आपको देना पड़ता था. अब गोल्ड बैंक में रखेंगे और बैंक आपको ब्याज देगा. अब सोना संपत्ति बन सकता है.

उन्होंने कहा, ‘सोना डेड मनी से एक जीवंत ताकत के रूप में परिवर्तित हो सकता है, अब घर में गोल्ड मत रखिए. उसकी सुरक्षा और उसका ब्याज दो-दो फायदे, इसका जरूर लाभ उठाइये.’

प्रधानमंत्री ने कहा कि दूसरी बात ‘साव्रेन गोल्ड बांड’ है जिसमें आप के हाथ में एक कागज आता है, लेकिन उस कागज का मूल्य उतना ही है, जितना कि सोने का है. और जिस दिन आप वह कागज वापस करेंगे, उस दिन सोने का जितना मूल्य होगा, उतना ही पैसा आपको वापिस दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि मान लीजिए आज आपने 1000 रुपये के सोने के दाम के हिसाब से स्वर्णिम बांड लिया और पांच साल के बाद आप बांड वापिस करने गए और उस समय सोने का दाम ढाई हजार रुपये है. तो उस कागज के बदले में आपको ढाई हजार रुपये मिलेंगे.

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उन्होंने कहा कि इसका हम प्रारंभ कर रहे हैं. इसके कारण अब हमें सोना खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी, सोना संभालने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सोना कहां रखें उसकी चिंता हट जाएगी, और कागज चोरी करने कोई आएगा भी नहीं.

मोदी ने कहा कि मैं सुरक्षा की गारंटी वाली ये स्कीम आने वाले हफ्तों में जरूर देशवासियों के सामने रखूंगा. मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हम सोने के सिक्के भी ला रहे हैं. आजादी करीब करीब 70 साल हुए, लेकिन अब तक हम विदेशी सिक्कों का ही उपयोग करते रहे हैं.हमारे देश का स्वदेशी मार्का क्यों नहीं होना चाहिए और इसीलिए आने वाले वाले हफ्ते में और धनतेरस के पूर्व यह सामान्य नागरिकों को उपलब्ध हो जाएगा.

उन्होंने कहा कि पांच ग्राम और दस ग्राम का अशोक चक्र वाला भारतीय सोने का सिक्का शुरू किया जा रहा है.इसके साथ ही बीस ग्राम की सोने की गिन्नी भी लोगों के लिए उपलब्ध होगी. मुझे विश्वास है कि नई स्कीम एक आर्थिक विकास की दिशा में नया परिवर्तन लाएगी और मुझे आपका सहयोग मिलेगा.

इनपुट: भाषा

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