बुधवार को सोने की कीमतों में थोड़ी तेजी देखी गई वहीं सेंसेक्स में 55 अंकों की गिरावट दर्ज की गई.
इराक संकट गहराने के बीच कमजोर वैश्विक रुख व जून के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान से पहले बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स एक सप्ताह के उच्चतम स्तर से बुधवार को 55 अंक घट कर 25,313.74 अंक पर आ गया. शेयर डीलरों ने कहा कि औसत से कम मानसून की चिंता से भी निवेशक असमंजस में हैं. इससे खाद्यान्न के दामों में बढ़ोतरी की आशंका है. रिफाइनरी, पूंजीगत सामान, बैंकिंग तथा एफएमसीजी खंड के शेयर मांग में रहे, जबकि वाहन, फार्मा, रीयल्टी व टिकाउ उपभोक्ता कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली देखने को मिली.
सकारात्मक रुख के साथ खुलने के बाद बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स बड़ी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से 55.16 अंक या 0.22 प्रतिशत के नुकसान से 25,313.74 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 25,274.39 से 25,427.80 अंक के दायरे में रहा. पिछले सत्र में सेंसेक्स 337.58 अंक चढ़ा था. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 10.95 अंक या 0.14 प्रतिशत टूटकर 7,569.25 अंक पर आ गया. कारोबार के दौरान इसने दिन का उच्च स्तर 7,589.25 अंक तथा निचला स्तर 7,557.05 अंक भी छुआ. सेंसेक्स के 30 शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज सहित 14 में गिरावट आई. जबकि 16 अन्य शेयर बढ़त में रहे.
एसबीआई, मारुति सुजुकी, बजाज ऑटो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, हीरो मोटोकॉर्प, हिंद यूनिलीवर व गेल में लाभ रहा. वहीं दूसरी ओर आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी, एलएंडटी और एचडीएफसी के शेयरों में गिरावट दर्ज हुई. वेरासिटी ब्रोकिंग के अनुसंधान प्रमुख जिग्नेश चौधरी ने कहा, ‘स्थानीय बाजार मजबूती के साथ खुला, लेकिन दिन आगे बढ़ने के साथ यह नीचे आ गया. जून के डेरिवेटिव अनुबंध के निपटान से पहले निवेशकों ने सतर्कता का रख अपनाया.’ कारोबार के अंतिम घंटे में वाहन कंपनियों के शेयरों में लिवाली का दौर चला. सरकार ने वाहनों पर उत्पाद शुल्क में छूट को छह माह के लिए बढ़ा दिया है.
आतंकियों ने इराक की एक महत्वपूर्ण तेल रिफाइनरी पर हमला किया, लेकिन सुरक्षा बलों ने उनके इस हमले को विफल कर दिया. अमेरिकी बेंचमार्क वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 17 सेंट बढ़कर 106.20 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. वहीं ब्रेंट क्रूड 65 सेंट घटकर 113.81 डॉलर प्रति बैरल रह गया. एशियाई बाजारों में गिरावट का रुख रहा. चीन, हांगकांग, जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया तथा ताइवान के बाजार नीचे आए. यूरोपीय बाजार भी शुरुआती कारोबार में नीचे चल रहे थे. इस बीच, शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने मंगलवार को 284.61 करोड़ रुपये के शेयरों की लिवाली की.
सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी का शेयर 1.42 प्रतिशत, आईटीसी 1.36 प्रतिशत, भारती एयरटेल 1.35 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक 1.30 प्रतिशत, एलएंडटी 1.19 प्रतिशत और सेसा स्टरलाइट 0.77 प्रतिशत नीचे आए. वहीं बजाज ऑटो का शेयर 2.63 प्रतिशत, मारुति सुजुकी 2.56 प्रतिशत, गेल इंडिया 1.69 प्रतिशत, कोल इंडिया 1.56 प्रतिशत, एसबीआई 1.21 प्रतिशत, हिंद यूनिलीवर 1.18 प्रतिशत, एनटीपीसी 1.16 प्रतिशत और हीरो मोटोकॉर्प 1.01 प्रतिशत के लाभ के साथ बंद हुआ.
थोड़ा महंगा हो गया सोना
मजबूत वैश्विक रुख के बीच शादी विवाह के मौसम के लिए स्टॉकिस्टों और आभूषण विक्रेताओं की लिवाली बढ़ने से राष्ट्रीय राजधानी के थोक बाजार में बुधवार को सोने की कीमत 85 रुपये की तेजी के साथ 28,710 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गयी. औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की बढ़ी हुई उठान के कारण चांदी की कीमत भी 100 रुपये की तेजी के साथ 44,800 रुपये प्रति किग्रा हो गई.
रुपया एक सप्ताह के निम्न स्तर से उबर कर 60.12 प्रति डॉलर पर
आईटी और अन्य क्षेत्रों की कंपनियों सहित निर्यातकों की ओर से डॉलर की बिकवाली के चलते उसके मुकाबले रुपया गिरावट के दौर से उबर कर एक पैसे की तेजी के साथ 60.12 पर बंद हुआ.
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया शुरू में 60.23 रुपये प्रति डॉलर पर कमजोर खुला और आयातकों, मुख्यत: तेल शोधक कंपनियों की डॉलर मांग के कारण एक सप्ताह के निम्न स्तर 60.3850 तक तक लुढ़क गया था.