सोना-चांदी की कीमतों पर काफी सवाल उठ रहे हैं और उनमें गिरावट देखी जा रही है. लेकिन विषेषज्ञों का मानना है कि इस साल ये दोनों बहुमूल्य धातुएं अपनी चमक बिखेर सकती हैं. सिंगापुर में शुक्रवार को सोना चार महीनों के अधिकतम पर जा पहुंचा. वहां सुबह सोना 1,259 डॉलर प्रति औंस पर जा पहुंचा.
स्मृति कमोडिटीज की एमडी रूपा मनचंदा ने कहा कि हालांकि लोगों के ज़ेहन मे यह सवाल बार-बार उठ रहा है कि ये दोनों धातुएं किस दिशा में जाएंगी और क्या सोने में तेजी 2008 की ही तरह होगी. उनका मानना है कि इस साल दोनों में तेजी के आसार बनने लगे हैं. पिछली 12 जनवरी को शुरू हफ्ते में सोने ने तीन दिन के कारोबार में 500 रुपये प्रति दस ग्रम की छलांग लगा दी है.
रूपा ने बताया कि यूरोप, रूस से आ रही खबरों और करेंसी कारोबार में हो रहे उथल-पुथल के चलते सोना-चांदी में चमक लाजिमी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बैंक एक बार फिर सोने की खरीदारी के लिए तैयार हैं. बैंकों के जरिये खरीदारी की जा सकती है.
उन्होंने बताया कि अगर एक महीने के आउटलुक को देखा जाए तो सोना अगले एक महीने में 28,000 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर को पार कर सकता है और चांदी फिर से 40,000 रुपये प्रति किलो के ऊपर कारोबार करती दिख सकती है.
कुछ विदेशी बैंकों ने सोने के गिरे दामों के कारण खरीदारी शुरू कर दी है जिससे बाज़ार में तेजी के आसार बन गए हैं. भारत में सोना इसलिए बहुत सस्ता नहीं हो पाया कि यहां उस पर 10 फीसदी टैक्स है.