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BAN: चीन को झटका, अभी इन आइटम्‍स को नहीं खरीदेगा भारत

BAN मोदी सरकार ने चीन को आर्थिक मोर्चे पर एक बार फिर से झटका दिया है. सरकार की ओर से दूध और दूध से बने चाकलेट जैसे खाने पीने के उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध की समयसीमा को बढ़ा दी गई है.

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मोदी सरकार ने चीन को दिया झटका
मोदी सरकार ने चीन को दिया झटका

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वैसे तो चीन अपने हर छोटे से बड़े प्रोडक्‍ट को भारत में बेचना चाहता है, लेकिन कुछ ऐसे आइटम्‍स भी हैं जिन्‍हें भारत लंबे समय से खरीदने से इनकार कर रहा है. दरअसल, भारत ने दूध और दूध से बने चॉकलेट जैसे खाने-पीने के उत्पादों के आयात पर लगाए गए प्रतिबंध की समय सीमा को बढ़ा दी है. यह प्रतिबंध सितंबर 2008 में लगाया गया था.

क्‍या है मामला?

दरअसल, करीब दस साल पहले ऐसी रिपोर्ट आई थीं कि चीन से आयात होने वाले दूध या दूध से बने प्रोडक्‍ट में रसायनिक पदार्थ मेलामाइन मिलाया जा रहा है. इस खबर के बाद तब की यूपीए सरकार ने सितंबर, 2008 में इन प्रोडक्‍ट्स पर प्रतिबंध लगा दिया. ऐसे आइटम्‍स पर प्रतिबंध तब से लगातार बढ़ाया जाता रहा है.

क्‍या है मेलामाइन?

मेलामाइन एक प्रकार का रसायनिक पदार्थ है जिसका इस्तेमाल प्लास्टिक बनाने सहित औद्योगिक प्रक्रिया में किया जाता है. मेलामाइन की वजह से कैंसर, लकवा और किडनी की बीमारियां होने की आशंका रहती है. विश्व के अनेक देशों में मेलामाइन रसायन को प्रतिबंधित किया जा चुका है.

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क्‍या कहा मंत्रालय ने

वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक बयान में कहा, "चीन से दूध, दुग्ध उत्पादों (चॉकलेट, चॉकलेट उत्पाद, कैंडी, दूध के साथ मिष्ठान्न भोजन की सामग्री के रूप में सामग्री) के रूप में आयात पर प्रतिबंध चार महीने की अवधि यानी 23 अप्रैल, 2019 तक तक बढ़ाई जाती है." बता दें कि भारत दुनिया में दूध का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता है। यहां सालाना लगभग 15 करोड़ टन दूध का उत्पादन किया जाता है.

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