पेट्रोल-डीजल की कीमतें 55 महीने के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई हैं. मंगलवार को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 74.63 रुपये प्रति लीटर का मिल रहा है. वहीं, डीजल के लिए आपको 65.93 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं. पिछले 8 दिनों से इनकी कीमतो में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. हालांकि सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि वह फिलहाल एक्साइज ड्यूटी नहीं घटाने वाली है.
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत मिलेगी. उन्होंने उम्मीद जताई है कि भू-राजनीतिक तनाव कम होने से और अमेरिकी शैल गैस से तेल की कीमतें नरम होंगी.
जिसका सीधा फायदा कच्चे तेल की कीमतें कम होने के तौर पर मिलेगा. फिलहाल कच्चा तेल 3 साल के ऊंचे स्तर पर पहुंचा हुआ है. इसकी कीमत 74 डॉलर के पार पहुंच गई है.
गर्ग ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतो में बढ़ोतरी और उसकी वजह से घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतो में जो उछाल आया है, उसके लिए तीन चीजें जिम्मेदार हैं. इसमें भंडार में कमी, व्यापारिक स्तर पर तनाव और सीरिया व कोरिया को लेकर जारी भू-राजनीतिक तनाव जिम्मेदार है. अगर इन तीन मोर्चों पर राहत मिलती है, तो पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी कम होंगी. हालांकि फिलहाल कच्चे तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी जारी है.
बता दें कि आर्थिक मामलों के सचिव ने कहा कि अगर कीमतें ऊपर नहीं जाती हैं, तो एक्साइज ड्यूटी में कटौती की कोई वजह नहीं बनती है. उन्होंने बताया कि एक्साइज ड्यूटी में अगर एक रुपये की भी कटौती होती है, तो इससे सरकार को 13,000 करोड़ रुपये का राजस्व का नुकसान उठाना पड़ता है.
केंद्र सरकार फिलहाल पेट्रोल पर 19.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 15.33 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूलती है. इसके बाद राज्यों की तरफ से वैट लगाया जाता है. दिल्ली की बात करें, तो यहां पेट्रोल पर 15.84 रुपये प्रति लीटर वैट लगता है. डीजल पर 9.68 रुपये प्रति लीटर वैट है.