साल 2018 में जीएसटी परिषद की पहली बैठक शनिवार को होनी है. इस बैठक में टैक्स स्लैब में बदलाव की संभावना तो कम है, लेकिन ई-वे बिल और जीएसटी पोर्टल में सुधार को लेकर चर्चा होना तय माना जा रहा है.
ई-वे बिल की तैयारियों को जायजा:
इस बैठक में जीएसटी परिषद ई-वे बिल को लागू करने की तैयारियों का जायजा लेगी. बता दें कि ई-वे बिल अप्रैल महीने से लागू होना है. ऐसे में परिषद की कोशिश रहेगी कि वह इसे लागू करने में आ रही दिक्कतों को दूर करने पर अपना फोकस रखेगी.
इस बैठक में जीएसटी परिषद जीएसटी रिटर्न फाइल करना आसान बनाने पर जोर देगी. पिछले दिनों छोटे कारोबारियों ने जीएसटीएन पर रिटर्न फाइल करने में दिक्कत पेश आने की बात कही है. इसकी वजह से उनके रिफंड अटकने के कई मामले सामने आए हैं. इससे छोटे कारोबारियों को अपना कारोबार करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है;
जीएसटी पोर्टल को लेकर होगी चर्चा:
जीएसटी परिषद की कल होने वाली बैठक में जीएसटी पोर्टल में सुधार करने को लेकर भी चर्चा हो सकती है. इस पोर्टल पर फाइलिंग को आसान बनाना और रिटर्न फाइल करने के लिए लगने वाले फॉर्म्स की संख्या कम करने पर भी परिषद का फोकस होगा.इस मीटिंग में जीएसटी रिटर्न के लिए लगने वाले फॉर्म्स को घटाने पर भी विचार होना तय माना जा रहा है.
रियल इस्टेट और पेट्रोल पर चर्चा:
इस बैठक में रियल इस्टेट और पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के तहत लाने पर चर्चा हो सकती है. माना जा रहा है कि फिलहाल पेट्रोल और डीजल को जीएसटी में लाने पर फैसला होना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन रियल इस्टेट को जीएसटी के तहत लाना तय माना जा रहा है. संभव है कि सरकार इसे 12 फीसदी टैक्स स्लैब में रखे.