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कोरोना संकट के बीच HCL का ऐलान- ना सैलरी कटेगी, ना बोनस पर ब्रेक

कोरोना संकट की वजह से दुनियाभर में रोजगार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. लेकिन इस बीच हिंदुस्तान कम्प्यूटर लिमिटेड (HCL) टेक्नोलॉजी ने तारीफ के लायक फैसला लिया है.

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HCL का साहस भरा फैसला
HCL का साहस भरा फैसला

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  • कर्मचारियों को पिछले साल का बोनस देने का ऐलान
  • कोरोना संकट के बीच भी HCL में नई भर्तियां जारी

कोरोना संकट की वजह से दुनियाभर में रोजगार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. लेकिन इस बीच हिंदुस्तान कम्प्यूटर लिमिटेड (HCL) टेक्नोलॉजी ने तारीफ के लायक फैसला लिया है. कंपनी ने अपने डेढ़ लाख कर्मचारियों को वेतन में​ किसी भी प्रकार की कटौती नहीं करने का फैसला लिया है.

HCL कर्मचारियों के लिए खुशखबरी

इसके अलावा कंपनी ने अपने कर्मचारियों को पिछले साल का बोनस भी देने का फैसला लिया है. हालांकि कंपनी ने ये भी स्पष्ट किया कि कोरोना के कारण कारोबार और आय पर असर पड़ा है फिर भी कंपनी एक भी कर्मचारी को काम से नहीं निकालेगी.

यही नहीं, कंपनी ने पिछले दिनों से कह चुकी है कि वित्त वर्ष 2015 की योजना के अनुसार इस साल 15,000 फ्रेशर्स को जॉब देगी. हालांकि, इस काम में वक्त थोड़ा ज्यादा लग सकता है.

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कोरोना का कंपनी के कारोबार पर असर

कंपनी के चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर अपैरो वीवी का कहना है कि कंपनी के प्रोजेक्ट कैंसिल नहीं हुए हैं. अभी भी कंपनी को लगभग 5000 लोगों की जरूरत है, जिसके लिए भर्तियां चल रही हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि कोरोना संकट की वजह से ट्रांसपोर्टेशन और मैन्युफैक्चरिंग पर असर दिख रहा है. क्लाइंट्स के लिए भी यह मुश्किल की घड़ी है.

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गौरतलब है कि HCL देश की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी है. कंपनी का कहना है कि 2008 की मंदी के दौरान भी किसी कर्मचारी की सैलरी में कटौती नहीं की गई थी और न अब की जाएगी. वहीं बोनस को लेकर कंपनी का मानना है कि यह 12 महीनों के काम का रिजल्ट होता है, उसे नहीं देना गलत फैसला होगा.

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