अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) के खुलासे के बाद से अडानी ग्रुप विवादों में है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट जारी होने के बाद चेयरमैन गौतम अडानी की नेटवर्थ में भारी गिरावट देखी गई थी. इस बीच चर्चा थी कि अडानी एंटरप्राइजेज ने ऑडिट के लिए ग्रांट थॉर्नटन (Grant Thornton) को हायर किया है. लेकिन अब अडानी ग्रुप ने इसे बाजार की अफवाह करार दिया है.
अडानी एंटरप्राइजेज ने BSE फाइलिंग में कहा है कि इस तरह की खबरें बाजार की अफवाहें हैं, जिस वजह से इस पर टिप्पणी करना गलत होगा.
बता दें कि मंगलवार को सूत्रों ने बताया था कि हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद अडानी ग्रुप ने अपनी कुछ कंपनियों के स्वतंत्र ऑडिट के लिए और निवेशकों को आश्वस्त करने के लिए अकाउंटेंसी फर्म ग्रांट थॉर्नटन को चुना है. लेकिन गुरुवार को कंपनी ने इसका खंडन करते हुए इसे अफवाह बताया.
सूत्रों ने बताया था कि यह ऑडिट इसलिए कराया जाना था ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या फंड का दुरुपयोग किया गया या क्या बताए गए कारण के अलावा कंपनी ने किसी और मंशा से कर्ज लिया था या नहीं.
बता दें कि 24 जनवरी को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट जारी होने के बाद से अडानी ग्रुप की कंपनियों की मार्केट वैल्यू आधी हो गई है. हिंडनबर्ग द्वारा अडानी ग्रुप को लेकर पब्लिश की गई रिपोर्ट में कई शेयरों में हेरफेर समेत कई गंभीर आरोप लगाए गए थे. इसके बाद से गौतम अडानी की कंपनियों के शेयर इस कदर टूटे कि अब तक ग्रुप का मार्केट कैप 125 अरब डॉलर तक घट गया है.
हालांकि, इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद समूह की ओर से जारी स्टेटमेंट में इसे निराधार करार दिया गया था. लेकिन निवेशकों के सेंटिमेंट पर रिपोर्ट के विपरीत असर को कम करने में अडानी ग्रुप नाकाम रहा. इसके चलते गौतम अडानी की नेटवर्थ में जोरदार गिरावट देखने को मिली और अमीरों की लिस्ट में वे देखते ही देखते चौथे पायदान से 24वें नंबर पर आ गए.