एक जमाना था जब लोग एक-दूसरों की चिठ्ठियों का महीनों इंतजार किया करते थे. थोड़ा समय बदला तो टेलीफोन बूथ पर अपनी बारी के इंतजार में भी घंटों बीत जाते थे. फिर देखते ही देखते मोबाइल ने सारी दुनिया मुठ्ठी में लाकर कब रख दी पता ही नहीं चला. परिवर्तन की ये गाथा हमेशा तकनिकी की स्याही से लिखी जाती रही है. अब 4G इसका अगला पड़ाव है जो आपकी दुनियां पूरी तरह से बदल देगा. अब आपको aajtak.in पर एक खबर से दूसरी खबर तक जाने के लिए अपनी पलकों तक के झपकनें का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. कुछ इस तरह बदलेगी आपकी दुनिया...
क्या हैं ये 'G' का झमेला?
2G, 3G और 4G में आने वाले 'G' से मतलब मोबाइल तकनीकी की जेनरेशन से है. जैसे नई पीढ़ी पुरानी पीढ़ी से तेज मानी जाती है उसी तरह 4G भी अपनी पुरानी पीढ़ी की तकनीकियों (3G, 2G, 1G) से ज्यादा तेज है. इंटरनेट सेवा में पहली दोनों पीढ़ी 1G और 2G का नाता एनालॉग से है वंही 3G और 4G डिजिटल दुनिया की तकनीकी है.
तो 4G से क्या समझें?
4जी वायरलैस सेवा की चौथी पीढ़ी है. 3G तकनीक में OFDMA (आर्थोगोनल फ्रीक्वेंसी डिवीजन मल्टीपल एक्सेस) की सहायता से नेटवर्क की सुविधा को और बेहतर बनाया जाता है. 4G पूरी तरह से IP आधारित सेवा होगी. इसमें वॉयस, डाटा और मल्टीमीडिया को समान गति से भेजा और रिसीव किया जा सकेगा.
कितना बेहतर है 3G से ?
कहने को तो 3G में वह सब सुविधाएं हैं जो तकनीक की दुनिया में बहुत कुछ बदल कर रख देने का माद्दा रखती हैं. पर 4G का कोई जवाब नहीं. 4G की स्पीड 100 से 300 Mbps है जो 3G के मुकाबले 50 गुना ज्यादा है. 3G के मुकाबले 4G का डाटा रेट ज्यादा है यानी डाटा का ट्रांसफर तेज गति से किया जा सकता है. साथ ही इस तकनीक की कीमत भी 3G के मुकाबले कम हो इसकी उम्मीद भी की जा रही है क्योकि 4G आने से खपत भी दुगने से ज्यादा बढ़ने के कयास लगाये जा रहे हैं. 3G तकनीक जहां वाइड एरिया नेटवर्क पर काम करती है, वंही 4G लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) और बेस स्टेशन वाइड एरिया नेटवर्क पर काम करती है.
4G Vs. 3G ?
स्पीड:
3G : अधिकतम 3.1 Mbps और औसतन 300 Kbps से 1.5 Mbps
4G : अमूमन 2-40 Mbps पर 100 से 300 Mbps तक बढ़ाये जाने की क्षमता.
अधिकतम अपलोड स्पीड:
3G : 5 Mbps तक
4G : 500 Mbps तक
अधिकतम डाउनलोड स्पीड:
3G : 100 Mbps तक
4G : 1 Gbps तक
क्या है 4G के सबसे बड़े फायदे?
यूजर को हाई क्वालिटी के ऑडियो और वीडियो की सुविधा आसानी से मिल सकेगी.
- OFDMA (आर्थोगोनल फ्रीक्वेंसी डिवीजन मल्टीपल एक्सेस) की वजह से आप बेहतरीन क्वालिटी (720p और 1080p) के वीडियो का बिना किसी रूकावट के लुफ्त उठा सकेंगे.
- 4G के आने से स्पीड बढ़ने के साथ, यूनीफॉर्म हो जाएगी. मतलब ये कि आपके फोन से जितनी डाटा की डिमाण्ड की जाएगी उतनी ही बराबर स्पीड में आपको मिल सकेगी. मसला ये है कि अगर आप फेसबुक के साथ यूट्यूब पर कोई वीडियो देखते है तो स्पीड घट जाती है पर 4G के आने से ऐसा नहीं होगा.
- वीडियो कालिंग के दौरान कोई भी रुकावट देखने को नहीं मिलेगी.