थोड़ी सी प्लानिंग और सूझ-बूझ बंपर बचत का जरिया बन सकता है. जरा सोचिए महज कुछ टिप्स फॉलो करके अगर आप हर महीने रसोई खरीदारी के बजट में से 1000 भी बचा लेते है तो साल के अंत में आप के पास कुल 12,000 रुपये बचते हैं.
रसोई की खरीदारी करते समय कुछ बातें हमेशा ध्यान रखें जैसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले सामान का बड़ा पैकेट खरीदें साथ ही महंगी चीजों को खरीदने के बजाय उनका विकल्प खरीदें या ऐसी चीजों को खरीदने से परहेज करें. महज कुछ टिप्स को ध्यान में रखकर आप अपने बंपर बचत का सपना सच कर सकते हैं.
- शॉपिंग पर जाने से पहले जरुरत के सामान की एक लिस्ट तैयार करिए. आटा, चावल जैसे सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले सामान का बड़ा पैकेट और कम इस्तेमाल होने वाले सामानों जैसे दालों के छोटे पैकेट ही लीजिए.
- सब्जियों की कीमत अक्सर घटती बढ़ती रहती हैं जैसे हालही में प्याज की बढ़ी कीमतों ने लोगों को महंगाई के आंसू रुलाए हैं. ऐसे में अगर आप प्याज का कम इस्तेमाल करें या ग्रेवी वाली सब्जी में इसका कम इस्तेमाल करें तो भी आप कुछ बचत कर सकते हैं.
- कई बार नमकीन, बिस्किट, चिप्स जैसी चीजों के बड़े पैक पर छूट देखकर हम उसे खरीद लेते हैं और अपने बजट पर ध्यान नहीं देते. वास्तव में वह हमारी जरुरत से कहीं ज्यादा होता है. ऐसे में या तो हम कुछ दिन बाद उसे किसी को दे देतें हैं या मजबूरी में फेंकना पड़ता है. इसीलिए बहुत बड़े के बजाय छोटा पैक लें ताकि कुछ समय में ही वह खत्म हो जाए और उनका स्वाद भी बरकरार रहे.
- कई चीजों का लूज़ पैकेट काफी सस्ता पड़ता है. मान लीजिए आपने इस महीने आपने बर्तन धोने के लिक्विड सोप का डिब्बा लिया है तो अगले महीने डिब्बा लेने के बजाय उसका सैशे या लूज़ पैकेट लें. ऐसे में डिब्बे की कीमत के साथ ही उस पर लगने वाले ज्यादा टैक्स से भी बचा जा सकता है.
- एक्सपायरी डेट ध्यान से पढ़कर आप खराब सामान या कुछ ही समय बाद एक्सपायर होने वाला सामान लेने से बच सकती हैं. इसके अलावा एमआरपी ध्यान से देखें. कई बार बिलिंग काउंटर पर पहुंचकर या दुकानदार के बिल बनाते समय हमें कीमत का पता चलता है और कई लोग संकोच में कीमत चुका भी देते हैं. लेकिन किसी भी चीज की कीमत ज्यादा लगने पर उसे वापस करने में कोई बुराई नहीं है.