कौन हैं केवी कामथ
केवी कामथ आईसीआईसीआई बैंक के गैर-कार्यकारी चेयरमैन हैं. इसके साथ ही कामथ इंफोसिस लिमिटेड के भी चेयरमैन पद पर हैं. मैकेनिकल इंजीनियरिंग
में डिग्री के बाद कामथ ने आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए की डिग्री ली. 67 साल के कामथ ने 1971 में अपने करियर की शुरुआत आईसीआईसीआई
फाइनेंश्िायल इंस्टीट्यूशन से की थी और इसी संस्था ने आईसीआईसीआई बैंक की स्थापना की और 2002 में बैंक और इस संस्था का विलय कर दिया गया
था. 1998 में कामथ आईसीआईसीआई बैंक से इस्तीफा देकर एशियन डेवलपमेंट बैंक में शामिल हो गए थे. लंबे समय तक इस संस्था से जुड़े रहने के बाद
एक बार फिर 1996 में कामथ आईसीआईसीआई के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ बन कर वापस आ गए. साल 2009 में केवी कामथ ने इस संस्था के
मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ पद से रिटायरमेंट लेते हुए आईसीआईसीआई के गैर-कार्यकारी चेयरमैन की भूमिका में आ गए.
क्या है BRICS समूह
विश्व की सर्वाधिक तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्थाओं वाले विकासशील देशों- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का संगठन है. दक्षिण अफ्रीका
वर्ष 2010 में इस समूह में शामिल हुआ. इससे पहले इस समूह को BRIC के नाम से जाना जाता था. ब्रिक देशों की पहली आधिकारिक बैठक 16 जून 2009
को रूस के येकेटिनबर्ग में हुई थी. BRICS का उद्देश्य शांति, सुरक्षा, विकास और सहयोग प्राप्त करना है. BRICS विश्व में मानवता के विकास में महत्वपूर्ण
योगदान देना के साथ ही एक अधिक न्यायसंगत और निष्पक्ष विश्व की स्थापना करना चाहता है.
क्या है BRICS बैंक
ब्राजील में हुए छठे BRICS समिट के दौरान BRICS देशों के लिए 100 बिलियन डॉलर का विकास बैंक बनाने पर फैसला हुआ था. प्रधानमंत्री मोदी ने हाल
ही में कहा था कि पांच देशों के इस बैंक की 2015 तक पूरी तैयारी कर लेनी चाहिए ताकि 2016 के शुरुआत में इसे चालू किया जा सके. पांच देश ब्राजील,
रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका के BRICS सम्मेलन में हुए फैसले के मुताबिक भारत इस बैंक के लिए पहले 6 सालों तक अपना प्रेसिडेंट नियुक्त
करेगा. इस बैंक का मुख्यालय चीन की आर्थिक राजधानी शंघाई में स्थित रहेगा.
100 बिलियन करेंसी रिजर्व से इंफ्रा पर रहेगा जोर
पांचों देशों के बीच हुए इस अहम समझौते के मुताबिक, 100 बिलियन करेंसी रिजर्व के साथ इस फंड के जरिए मेंबर देशों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट में पैसों
की कमी को पूरा किया जाएगा. भारत के 6 साल के कार्यकाल के बाद ब्राजील और रूस पांच-पांच सालों तक इस बैंक की प्रेसीडेंसी करेंगे.