अंतरराष्ट्रीय वित्तीय एजेंसियां विश्व बैंक और आईएमएफ ने बाली में जारी एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान अमेरिका और चीन को सलाह दी है कि वह डब्ल्यूटीओ नियमों के मुताबिक व्यापार करें क्योंकि इसी में दुनिया का भला है.
विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के प्रमुखों ने बृहस्पतिवार को अमेरिका और चीन को सलाह दी कि वे वैश्विक बाजार में नियमों के मुताबिक व्यापार करें. साथ ही उन्होंने चीन की प्रौद्योगिकी विकास रणनीति को लेकर चल रहे विवाद को खत्म करने को भी कहा है. इसकी वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था को लंबे समय तक नुकसान होने का अंदेशा है.
आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लेगार्ड ने कहा कि वह अमेरिका और चीन को यह सलाह देंगी कि वे ठंडे दिमाग से विचार करें और दुनिया की व्यापार प्रणाली को दुरुस्त करने में मदद करें, उसे तोड़े नहीं.
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लेगार्ड और विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम यॉन्ग किम ने आईएमएफ और विश्व बैंक की सालाना बैठक के मौके पर अलग-अलग बातचीत में अपने विचार रखे. यह बैठक इंडोनेशिया के बाली द्वीप में हो रही है. इस आयोजन में दुनिया के कई देशों के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक भाग ले रहे हैं.
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते विवाद के बारे में पूछे जाने पर लेगार्ड ने कहा कि दोनों देशों ने एक दूसरे के निर्यात पर जो अतिरिक्त शुल्क लगाया है उससे अभी अधिक क्षति नहीं हुई है लेकिन इस बात का जोखिम बना हुआ है कि इससे अन्य देशों को नुकसान पहुंच सकता है.
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लेगार्ड ने डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग को तीन सलाहें दी हैं. 1. विवाद को ठंडा करो. 2. प्रणाली को दुरुस्त करो. 3. इसे तोड़ो नहीं. उन्होंने कहा कि जिनेवा स्थित नियम बनाने वाले विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के पास अमेरिका की शिकायत को हल करने के तरीके हैं.
अमेरिका की शिकायत है कि चीन की नीतियां अनुचित तरीके से आधुनिक प्रौद्योगिकी जुटाने की है जिससे विदेशी कंपनियों को नुकसान होता है. हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डब्ल्यूटीओ को सब्सिडी जैसे मुद्दों को हल करने के लिए काम करने की जरूरत है.