वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने विश्वास जताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवन मिलेगा. उन्होंने माना कि अर्थव्यवस्था इस समय कठिन दौर से गुजर रही है लेकिन साथ ही आठ प्रतिशत की विकास दर हासिल करने का भरोसा जताया. अगले साल के लिए उन्होंने सात प्रतिशत आर्थिक विकास दर का लक्ष्य तय किया.
चिदंबरम ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक में कहा कि हम कठिन दौर से गुजर रहे हैं लेकिन हम (अर्थव्यवस्था के) पुनर्जीवित होने की झलक देख सकते हैं. संकेत हैं कि निवेश बढ़ रहा है और संकेत ये भी हैं कि भारत में विदेशी धन प्रवाह प्रचुर मात्रा में होगा.
चिदंबरम ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि हम आठ प्रतिशत की विकास दर हासिल कर लेंगे.’ जयपुर घोषणा के बारे में चिदंबरम ने कहा कि इसमें पार्टी की मुख्य विचारधारा का समावेश है. कांग्रेस को भयमुक्त होकर पूरे मान के साथ जनता की अधिसंख्य आबादी के एकमात्र प्रतिनिधि होने का दावा करना चाहिए.
चिदंबरम ने कहा कि अधिकांश लोग मानते हैं कि सरकार समावेशी होनी चाहिए. वे अत्यंत वाम या अत्यंत दक्षिणपंथ से बचते हैं. हम भारत की जनता के अधिकांश हिस्से की वाजिब आवाज भी हैं और प्रतिनिधि भी.
चिदंबरम ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में सरकार के कामकाज की सराहना करते हुए कहा कि कोई इस बात से इनकार नहीं कर सकता कि आर्थिक सुधार आने के बाद पिछले 20 साल में अधिक लोग गरीबी के दलदल से निकले हैं. आज हमारा देश और अर्थव्यवस्था दोनों ही मजबूत हैं.