अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने कहा है कि भारत लगातार दूसरे साल 2016 में विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश होगा और अगले साल इसकी ग्रोथ रेट 7.5 फीसदी होगी. हालांकि IMF ने चालू वर्ष के लिए वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 3.3 प्रतिशत कर दिया है.
आईएमएफ ने अपने विश्व आर्थिक परिदृश्य अपडेट में एक बार फिर दोहराया है कि चालू वर्ष के लिए भारत की ग्रोथ रेट 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है जोकि चीन के 6.8 फीसदी से भी अधिक है.
मुद्राकोष ने 2016 के लिए भी भारत की ग्रोथ रेट 7.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, जबकि चीन की ग्रोथ रेट 6.3 फीसदी रहने का मुद्राकोष का अनुमान है.
भारत के लिए वृद्धि दर का मुद्राकोष का अनुमान हालांकि वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक के अनुमान से कम है. गौरतलब है कि वित्त मंत्रालय ने 2015-16 में जीडीपी ग्रोथ रेट 8-8.5 फीसदी रहने, जबकि आरबीआई ने 7.6 फीसदी का अनुमान जताया है. मुद्राकोष भारत के लिए मार्च को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष को लेकर चलता है, जबकि अन्य देशों के लिए यह दिसंबर में समाप्त वर्ष को लेकर चलता है.