प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित करने के मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक इंडिया ने 63 अरब डॉलर के एफडीआई प्रॉजेक्ट्स को 2015 में आकर्षित किया. इसके साथ ही 697 प्रोजेक्ट्स में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
यह जानकारी द फाइनैंशल टाइम्स के एफडीआई डिविजन ने दी है. 2015 में बड़ी कंपनियों में फॉक्सकॉन, सनएडिशन ने पांच और चार बिलियन डॉलर के प्रॉजेक्ट्स में निवेश की हामी भरी है.
चीन के साथ अमेरिका भी रहा पीछे
रिपोर्ट के अनुसार, पूंजी निवेश के हिसाब से एफडीआई के लिए शीर्ष गंतव्य के रूप में भारत ने चीन की जगह ले ली है. 2015 में पूंजी निवेश के लिहाज से भारत सबसे शीर्ष श्रेणी देश रहा. खासकर एक साल में कोयला, तेल, प्राकृतिक गैस और अक्षय ऊर्जा सेक्टर्स में बड़े प्रॉजेक्ट्स की घोषणा की गई. भारत ने चीन के साथ अमेरिका को भी पीछे छोड़ा. अमेरिका ने 2015 में 59.6 बिलियन डॉलर और चीन ने 56.6 बिलियन डॉलर एफडीआई आकर्षित किए.
टॉप 10 राज्यों में 5 भारतीय
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने ट्वीट कर कहा, 'एफडीआई आकर्षित करने के मामले में इंडिया टॉप पर पहुंच गया.' 2015 में एफडीआई आकर्षित करने वाले टॉप 10 राज्यों में पांच भारतीय राज्य हैं.