वैश्विक स्तर पर मजबूत रूख और भारत-चीन सीमा पर तनाव कम होने के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मंगलवार को करीब 155 अंक की तेजी के साथ बंद हुआ. आईटी, रोजर्मा के उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों, वाहन तथा औषधि कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी आई. बता दें कि यह लगातार चौथा सत्र है जब बाजार में तेजी दर्ज की गई हैं.
इन्फोसिस, सन फार्मा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, हीरो मोटो कार्प और इंडियन नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 9,900 अंक के ऊपर निकल गया था. तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 31,756.87 पर खुला और घरेलू निवेशकों की लिवाली से यह यह 31,809.70 अंक तक चला गया. लेकिन बाद में यूरोपीय शेयर बाजारों में गिरावट के बाद उच्च स्तर पर मुनाफावसूली से यह अंत में 154.76 या 0.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 31,750.82 अंक पर बंद हुआ. पिछले तीन सत्रों में सेंसेक्स 337.21 अंक मजबूत हो चुका है.
इसे भी पढ़ें: डोकलाम का असर! चीनी कंपनी के कर्मचारी छोड़ रहे हैं भारत
एनएसई निफ्टी भी 55.75 अंक या 0.57 फिसदी की बढ़त के साथ 9,912.80 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स कंपनियों में देश की दूसरी सबसे बड़ी साफ्टवेयर निर्यातक इन्फोसिस सबसे ज्यादा फायदे में रही है. यह 3.14 फिसदी मजबूत होकर 9,41.15 रुपये पर पहुंच गया.
इसे भी पढ़ें: चीन में राइट टू प्राइवेसी नहीं, पर ऐसे सुरक्षित है आम आदमी की निजता
पूर्व सीईओ नंदन निलेकणि के कंपनी में वापस आने से निवेशकों ने इसे हाथों-हाथ लिया. कारोबारियों के मुताबिक कारोबार के दौरान डॅालर के मुकाबले रुपये के मजबूत होकर 63.86 पर पहुंचने से भी धारणा को बल मिला है. साथ ही भारत और चीन के डोकलाम से सेना हटाने पर सहमति से तनाव कम होने और एशिया के अन्य बाजारों में बेहतर रूख से भी से भी धारणा मजबूत हुई.